1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 29 Nov 2025 09:58:44 AM IST
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BIHAR NEWS : हाथीदह थाना क्षेत्र के औंटा गांव में को एक बड़े बहूभोज के बाद 200 से अधिक लोग अचानक बीमार हो गए। स्थानीय लोगों के अनुसार,औंटा बजरंगबली चौक के पास शादी के अवसर पर बहूभोज का आयोजन किया गया था, जिसमें लगभग 500 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। आयोजन स्थल पर स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेने के बाद सभी लोग अपने-अपने घर चले गए, लेकिन अगले दिन सुबह से लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी।
पीड़ितों में दस्त, उल्टी, पेट दर्द और तेज बुखार जैसी शिकायतें देखने को मिली। जैसे-जैसे सुबह बीतती गई, यह समस्या गांव के दर्जनों लोगों तक फैल गई। घटना के बाद गांव में अफरातफरी का माहौल बन गया और लोगों ने तुरंत उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोकामा, रेफरल अस्पताल और नजदीकी निजी अस्पतालों का रुख किया।
घटना में गंभीर रूप से बीमार हुए लोगों में धर्मेंद्र शर्मा, महेश शर्मा, गौरव शर्मा, सूरज कुमार, सुबोध कुमार, विराज शर्मा, शिल्पी, ललन कुमार, स्वीटी, छोटू कुमार और नेहा कुमारी शामिल हैं। कई पीड़ितों का इलाज नाजरेथ अस्पताल में चल रहा है, जबकि अन्य लोगों का उपचार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और निजी नर्सिंग होम में किया जा रहा है।
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बीमारी विषाक्त भोजन के कारण हुई या मौसम में अचानक बदलाव और ठंड के कारण लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो गई। हालांकि, बहूभोज में शामिल कई लोगों ने दावा किया कि उन्होंने भी उसी भोजन का सेवन किया था लेकिन उनकी सेहत पूरी तरह ठीक है। इस बात से यह संभावना जताई जा रही है कि कुछ लोगों में केवल संवेदनशीलता के कारण बीमारी विकसित हुई।
हाथीदह थाना के थानाध्यक्ष रंजन कुमार ने बताया कि मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की गई। पीड़ितों ने लिखित शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने बहूभोज के खाने के बाद अपनी तबीयत बिगड़ने की बात कही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले पीड़ितों को प्राथमिक उपचार दिया गया और गंभीर मामलों को रेफरल अस्पताल और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। विभाग की टीम भोजन के नमूने लेकर जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि भोजन में किसी प्रकार का विषाक्त तत्व तो नहीं था।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि आयोजन के समय भोजन की पर्याप्त सफाई और सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा गया था। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि भोजन लंबे समय तक खुले में रखा गया था, जिससे उसमें बैक्टीरिया विकसित होने की संभावना बनी। हालांकि, आयोजकों ने इस मामले में किसी भी प्रकार की गलती से इनकार किया है और कहा कि भोजन साफ-सुथरे तरीके से तैयार किया गया था।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि दस्त, उल्टी और तेज बुखार की स्थिति लगातार बनी रहती है तो यह गंभीर रूप ले सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि बीमार महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और किसी भी तरह का घरेलू इलाज करने की बजाय पेशेवर चिकित्सीय सहायता लें।
गांव में यह घटना चर्चा का मुख्य विषय बन गई है। कई लोग चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि यदि भोजन विषाक्त साबित होता है तो आयोजकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। दूसरी ओर, कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि ठंड के कारण अचानक स्वास्थ्य बिगड़ना भी संभव है और यह आवश्यक नहीं कि केवल भोजन ही जिम्मेदार हो।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और सिर्फ स्वास्थ्य विभाग और पुलिस द्वारा दी गई जानकारी पर भरोसा करें। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ितों का उपचार प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है और सभी गंभीर मामलों का ध्यान रखा जा रहा है।
इस प्रकार, औंटा के बहूभोज के बाद हुई यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई है, बल्कि यह अन्य गांवों के लिए भी चेतावनी का संकेत है कि बड़े आयोजनों में भोजन की सुरक्षा और स्वास्थ्य मानकों का पालन बेहद आवश्यक है। फिलहाल, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग दोनों मिलकर पीड़ितों के उपचार और मामले की जांच में जुटे हुए हैं।