Bihar Model Strategy : बिहार जीत के बाद बीजेपी का ‘थैंक्यू डिनर’: स्पेशल 45 नेताओं का सम्मान, आगे की रणनीति पर होगी चर्चा

बिहार विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद बीजेपी ने दिल्ली में ‘थैंक्यू डिनर’ का आयोजन किया। चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाले स्पेशल 45 नेताओं को सम्मानित किया जाएगा और अगली रणनीति पर चर्चा होगी।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 26 Nov 2025 11:52:07 AM IST

Bihar Model Strategy : बिहार जीत के बाद बीजेपी का ‘थैंक्यू डिनर’: स्पेशल 45 नेताओं का सम्मान, आगे की रणनीति पर होगी चर्चा

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Bihar Model Strategy : बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद एनडीए की नई सरकार का गठन हो चुका है और बीजेपी इस बार राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पार्टी ने रिकॉर्ड प्रदर्शन करते हुए सत्ता में मजबूती से वापसी की है। इसी जीत और इसके पीछे लगे संगठनात्मक प्रयासों को सम्मान देने के लिए बुधवार को दिल्ली में विशेष ‘थैंक्यू डिनर’ का आयोजन किया गया है। यह डिनर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित केंद्रीय नेतृत्व के कई बड़े चेहरे मौजूद रहेंगे।


इस डिनर का उद्देश्य सिर्फ जीत का जश्न मनाना नहीं है, बल्कि उन सभी नेताओं के प्रयासों को सराहना भी है जिन्हें बिहार चुनाव के दौरान विशेष जिम्मेदारी दी गई थी। पार्टी ने इस चुनाव में देशभर से चुनिंदा नेताओं को बुलाकर उन्हें "स्पेशल 45" का नाम दिया था। हर नेता को एक लोकसभा क्षेत्र और उसके तहत आने वाले छह विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इन नेताओं ने कई महीनों तक मैदानी स्तर पर रहकर संगठन को मजबूत करने, कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने और पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार करने में अहम भूमिका निभाई।


स्पेशल 45 की बड़े पैमाने पर तैनाती

बीजेपी ने इस बार दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान जैसे कई राज्यों से नेताओं को बिहार भेजा था। इन नेताओं से कहा गया था कि वे आम कार्यकर्ताओं की तरह जमीन पर काम करें, स्थानीय मुद्दों को समझें, घर-घर जाकर लोगों को पार्टी की बात बताएं और बूथ स्तर तक संगठन को सक्रिय करें।


कई राज्यों के मंत्री और सांसद बिहारी गलियों में घूमते दिखाई दिए, गांवों में जनसभा की, चाय दुकानों पर संवाद किया और रात्रि प्रवास कर ग्रामीण चुनौतियों को समझा। इस रणनीति का सीधा परिणाम चुनाव परिणामों में देखने को मिला, जहां बीजेपी ने अपेक्षा से अधिक सीटों पर शानदार जीत दर्ज की।


प्रभारी और सह प्रभारी की भूमिका रही अहम

इस बार केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बिहार चुनाव का मुख्य प्रभारी बनाया गया था। उनके साथ केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सह प्रभारी के रूप में जुड़े थे। ये तीनों नेता लगातार बिहार में सक्रिय रहे और संगठनात्मक गतिविधियों से लेकर बूथ प्रबंधन तक हर स्तर पर रणनीति का नेतृत्व करते रहे।


अब इनकी मेहनत और नेतृत्व को सम्मानित करने के लिए जेपी नड्डा ने आज विशेष डिनर आयोजित किया है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में बिहार चुनाव के अनुभवों को साझा किया जाएगा, ताकि आने वाले महीनों में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम और केरल जैसे राज्यों में महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों के लिए रोडमैप तैयार किया जा सके। बीजेपी की योजना है कि बिहार में कारगर साबित हुआ यह ‘माइक्रो मैनेजमेंट मॉडल’ अगले राज्यों में भी लागू किया जाए।


कौन-कौन नेता शामिल होंगे?

‘स्पेशल 45’ में शामिल हुए वे वरिष्ठ नेता भी डिनर में मौजूद रहेंगे, जिन्होंने महीनों तक बिहार में सक्रिय रहकर पार्टी की जीत सुनिश्चित की। 

इनमें प्रमुख नाम हैं

मध्य प्रदेश से: पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद बीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल उत्तर प्रदेश से: मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सांसद सतीश गौतम, राजकुमार चाहर राजस्थान से: राजेंद्र राठौड़

छत्तीसगढ़ से: सांसद संतोष पांडे, विजय बघेल

दिल्ली से: पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी, केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा

गुजरात से: सांसद देवुसिंह चौहान और मितेश पटेल

हरियाणा से: पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल

जम्मू-कश्मीर से: सांसद जुगल किशोर शर्मा

झारखंड से: सांसद मनीष जायसवाल, कालिचरण सिंह

ओडिशा से: सांसद अनंत नायक


ये सभी नेता अपने-अपने क्षेत्र के अनुभव, चुनौतियों और सफलताओं को पार्टी नेतृत्व के साथ साझा करेंगे। विशेष रूप से यह चर्चा होगी कि बिहार में अपनाई गई रणनीति को अगली चुनौतियों में कैसे दोहराया जा सकता है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि बिहार में ‘स्पेशल 45’ मॉडल बेहद सफल रहा और इससे बूथ से लेकर जिला स्तर तक कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा आई। यही कारण है कि बीजेपी आने वाले राज्यों में भी ऐसे ही प्रयोग को अपनाने की तैयारी में है। पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे बड़े और राजनीतिक रूप से चुनौतीपूर्ण राज्यों में भी इसी पैटर्न पर लीडर तैनात किए जाएंगे।


दिल्ली में होने वाला यह डिनर पार्टी के लिए सिर्फ जश्न का माध्यम नहीं, बल्कि बड़े राजनीतिक समीकरणों और भविष्य की चुनावी रणनीतियों की जमीन तैयार करेगा। बिहार मॉडल को देश के अन्य राज्यों में दोहराने की शुरुआत इसी बैठक से होने की उम्मीद है।


इस विशेष आयोजन से स्पष्ट है कि बीजेपी अब चुनाव जीतने के लिए जमीनी स्तर पर संगठन की मजबूती और लगातार मेहनत को सबसे प्रभावी हथियार मानती है, जिसका परचम बिहार में फहराया गया और अब इसे पूरे देश में लागू करने की तैयारी है।