BIHAR: कांग्रेस की नई पॉलिसी से बवाल: विधायकों की सीट पर भी मंगवा लिए गए उम्मीदवारों के बायोडाटा, कई विधायक छोड़ सकते हैं पार्टी

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की नई रणनीति से नाराज़ हैं कई विधायक। पार्टी ने सीटिंग विधायकों से भी मांगा बायोडेटा, जिससे टिकट कटने की आशंका और असंतोष बढ़ा।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 07 Aug 2025 02:33:51 PM IST

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परफॉर्मेंस के आधार पर चयन - फ़ोटो GOOGLE

BIHAR: बिहार विधानसभा चुनाव में सफलता को लेकर कांग्रेस अपनी नई रणनीति से आगे बढ रही है। कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और अध्यक्ष राजेश राम जातीय सामाजिक समीकरण और मुद्दों को लेकर वोटरों को साधने में जुटे हैं. लेकिन पार्टी की ओर से  कुछ फैसले ऐसे लिए जा रहे हैं जिससे पार्टी को चुनाव से पहले बडा झटका लग सकता है. सूत्रों की माने तो पार्टी की नई रणनीति से पार्टी के कई विधायक नाराज हैं और चुनाव से पहले पाला बदल भी सकते हैं..


सीटिंग सीट पर भी उम्मीदवारों के मंगवा लिए गए बायोडाटा

पार्टी ने पिछले दिनों सीटों पर उम्मीदवारी के लिए क्यू आर कोड जारी किया था. जो उम्मीदवार जिस सीट पर चुनाव लडना चाहते हैं वो क्यू आर कोड के जरिए आवेदन कर सकते हैं. पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों की माने तो पार्टी ने सीटिंग सीट के लिए भी उम्मीदवारों के बायोडेटा मंगवा लिए हैं. जिसको लेकर विधायकों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है.


कई स्वयंभू उम्मीदवारों ने भी सीटिंग सीट पर चुनाव प्रचार शुरु कर दिया है

 कांग्रेस की हालत ऐसी हो गई है कि पार्टी के सीटिंग सीट पर भी कई स्वयंभू उम्मीदवार मैदान में आ गए हैं. इतना ही नहीं पार्टी के बडे नेताओं के साथ खुद की तस्वीर शेयर कर खुद को उस विधानसभा क्षेत्र का उम्मीदवार बता रहे हैं. साथ ही ये भी दावा कर रहे है कि वर्तमान विधायक का टिकट कट जाएगा और उन्होंने चुनाव प्रचार भी शुरु कर दिया है.


पार्टी नेतृत्व ने परफॉर्मेंस के आधार पर मंगवाया उम्मीदवारों का बायोडाटा

पार्टी सूत्रों की माने तो पार्टी नेतृत्व ने सीटिंग सीट पर भी बायोडेटा परफारमेंस के आधार पर मंगवाया है. हलांकि पार्टी के विधायकों ने पार्टी के फैसले पर आपत्ति भी दर्ज की है. लेकिन पार्टी नेतृत्व की ओर से इस मामले पर साधी गई चुप्पी पार्टी विधायकों के लिए बडी मुसीबत बनी हुई है. उन्हें ये समझ नही आ रही कि अभी से वो टिकट कट जाने की आशंका लिए दूसरे दलों में अपना भविष्य देखें या पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के फैसले का इंतजार करें.