ब्रेकिंग न्यूज़

Expressway In Bihar: बिहार का यह 'हाईवे' 3700 cr से बन रहा, पटना समेत इन इलाकों का होगा विकास...चमक जायेगी किस्मत Khelo India Youth Games 2025:बिहार में खेल इतिहास का सुनहरा पल...8500 खिलाड़ी दिखाएंगे दम! Bihar Mausam Update: बिहार के इन 12 जिलों में आंधी, तूफान-मूसलाधार बारिश की संभावना, IMD ने जारी किया अलर्ट... Pooja Murder Case: मुश्ताक से अजीत बन पूजा को फांसा, जान की भीख मांगती रही मगर नहीं माना हैवान, रूह कंपा देगा यह हत्याकांड Bihar weather alert: बिहार में मौसम का कहर...12 जिलों में मूसलाधार बारिश और आंधी-तूफान का अलर्ट, IMD ने किया चेतावनी जारी RCBvsCSK: "जीता हुआ मैच हार जाना कोई इनसे सीखे", रोमांचक मैच में बेंगलुरु ने चेन्नई को धोया, फिर विलेन बने MS Dhoni INDvsPAK: युद्ध हुआ तो भारत के सामने 4 दिन भी नहीं टिकेगा पाकिस्तान, ये है सबसे बड़ी वजह.. राष्ट्रीय सुरक्षा में चूक: पाकिस्तानी महिला से शादी छुपाने पर CRPF जवान बर्खास्त SAHARSA: बाइक की डिक्की से उच्चकों ने उड़ाए 5 लाख रुपये, CCTV में कैद हुई तस्वीर Bihar Education News: शिक्षा विभाग के इस महिला अधिकारी को मिला दंड, इस जुर्म में मिली सजा, जानें...

Bihar Land: सरकारी भूमि को बचाना सरकार के लिए बड़ी चुनौती, अब तक कितने एकड़ सरकारी जमीन की जानकारी मिली है? जानें..

Bihar Land: बिहार में सरकारी जमीनों को अवैध कब्जे से बचाना सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। अभी तक ऐस कई एकड़ सरकारी जमीनों की जानकारी सरकार को मिली है। सरकार की तरफ से इसके लिए प्रभावकारी कदम उठाए जा रहे हैं।

1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Sat, 01 Feb 2025 01:26:30 PM IST

Bihar Land Survey

सरकारी भूमि की सुरक्षा एवं संरक्षा बनी चुनौती - फ़ोटो google

Bihar Land: सरकारी भूमि की सुरक्षा एवं संरक्षा को लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग गंभीर है और इसके लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। पहले सरकारी भूमि को विभाग के पोर्टल पर इंट्री कर ऑनलाइन किया गया है और अभी इसे सत्यापित करने का काम चल रहा है। राजस्व कर्मचारी, राजस्व अधिकारी एवं अंचल अधिकारी को इस महत्वपूर्ण काम की जिम्मेदारी दी गई है। इससे संबंधित एक पत्र विभाग के सचिव श्री जय सिंह द्वारा सभी समाहर्ताओं को लिखा गया है।


बीते 28 जनवरी को मुख्य सचिव स्तर पर इस मुद्दे की समीक्षा की गई। पाया गया कि राज्य के कुल 45859 मौजों में से मात्र 1355 मौजों में ऑनलाइन इंट्री का काम अभी तक शुरू नहीं किया जा सका है। जो प्रविष्टि की गई है उससे अभी तक कुल 3160947 सरकारी खेसरों की जानकारी प्राप्त हुई है, जिनका कुल रकवा 1786276 एकड़ है। बैठक में विभाग द्वारा बताया गया कि सभी प्रविष्टि के सत्यापन का काम भी शुरू हो चुका है और सभी जरूरी निदेश जिलों में भेज दिए गए हैं।


इससे पूर्व विभाग स्तर पर सरकारी भूमि को चिन्हित किए जाने की आवश्यकता को देखते हुए हरेक जिला के सभी मौजों की सरकारी भूमि की सूची तैयार करने के लिए विभाग द्वारा सॉफ्टवेयर का निर्माण किया गया था। पिछले सर्वे खतियान को आधार बनाकर सभी तरह की सरकारी भूमि की ऑनलाइन इंट्री का काम किया गया था। किसी भी मौजा में उपलब्ध सरकारी भूमि के सभी प्रकारों यानि सीएस खतियान,  आरएस खतियान, चकबंदी खतियान तथा अंचल में रक्षित सरकारी भूमि पंजी में दर्ज सभी सरकारी खेसरों की ऑनलाइन किया जा चुका है। 


इस काम के लिए विभाग ने सत्यापन मॉड्यूल विकसित कर ई-जमाबंदी लॉगिन में आवश्यक प्रावधान किए हैं। यह मॉड्यूल पूर्व की भांति मेकर, चेकर और एप्रूवर के रूप में काम करेगी। राजस्व कर्मचारी मेकर, राजस्व अधिकारी चेकर और अंचल अधिकारी एप्रूवर के रूप में कार्य करेंगे। उनके द्वारा पूर्व में दर्ज किए गए सरकारी भूमि के विवरण को ऑनलाइन एवं ऑफलाइन पंजी से मिलान कर उसका सत्यापन किया जा सकेगा।


विभिन्न विभागों को सरकारी भवन के निर्माण एवं विभिन्न परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सरकारी भूमि की जरूरत होती है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग संबंधित विभागों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप और कायदे-कानूनों का पालन करते हुए सरकारी भूमि उपलब्ध कराता है।