Patna News: बीच सड़क पर कॉलेज की लड़कियों को छेड़ रहा था युवक, छात्राओं ने उतार दिया इश्कबाजी का भूत; जानिए फिर क्या हुआ Gold Price Today: त्योहारों से पहले सोना हुआ महंगा, दामों ने पकड़ी रफ्तार; जानिए आज का ताजा भाव Bihar Politics: नीतीश ने बुलाई बैठैक,NDA में आज हो सकता है सीट बंटवारा पर फाइनल फैसला; इस दिन आएगा कैंडिडेट के नाम की पहली लिस्ट Bihar Crime News: बहन को चाकू मारकर मौत के घाट उतारा, शादी से इनकार करने पर भाई ने ले ली जान Bihar Politics: सात सीटों पर RJD नए चेहरे को देने जा रही टिकट, 18 से अधिक नेताओं का कट सकता है पत्ता;तेजस्वी खुद कर कैंडिडेट तय करने से पहले बात NTA New Rule: परीक्षाओं को लेकर NTA का बड़ा फैसला; केंद्र चुनने के नियम में हुआ बदलाव, जानें छात्रों पर क्या पड़ेगा प्रभाव Bihar Assembly Election 2025: नया कुर्ता सिलवाकर कर भी नेता जी के माथे पर पसीना, नेतृत्व नहीं बांटा पा रहा सीट; तो कैसे करें प्रचार और कब भरेंगे फॉर्म Reserve Bank of India: RBI की सख्ती! इस बैंक से अब ग्राहक निकाल सकेंगे सिर्फ तय रकम; जानिए क्या है रोक के पीछे की वजह Bihar Assembly Election : मुकेश सहनी और कांग्रेस को लेकर तेजस्वी ने बनाया ख़ास मास्टर प्लान; सरकार बनते ही कैबिनेट में दिखेगा यह ख़ास बदलाव;बन सकता है नया इतिहास Bihar Election 2025: चुनाव आयोग का बड़ा फैसला,अब घर बैठे करें मतदान; बस करना होगा यह छोटा सा काम
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 15 Feb 2025 08:33:00 AM IST
bihar land survey - फ़ोटो bihar land survey
बिहार सरकार ने भूमि सर्वेक्षण के दूसरे चरण की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्णय लिया है। राज्य के रैयतों को अपनी भूमि से संबंधित स्वघोषणा करने के लिए मार्च 2025 तक का समय दिया गया है। यह प्रक्रिया ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से की जा सकेगी, जिससे लोगों को अधिकतम सुविधा होगी। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इस अभियान के लिए स्पष्ट समय-सीमा तय कर दी है और अब शहरी क्षेत्रों में भी सर्वेक्षण का विस्तार करने की तैयारी की जा रही है।
अभी तक सर्वेक्षण प्रक्रिया ग्रामीण क्षेत्रों तक ही सीमित थी, लेकिन विभाग ने अब शहरी भूमि सर्वेक्षण के लिए भी रूपरेखा तैयार कर ली है। सूत्रों के अनुसार 18 जिलों के 26,786 मौजा में भूमि सर्वेक्षण का काम शुरू हो गया है। शहरी क्षेत्रों में इसे कैसे लागू किया जाएगा, इस पर जल्द ही विभागीय दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
विभाग की ओर से ऑनलाइन स्वघोषणा के लिए विभागीय सर्वर में बदलाव किया जा रहा है। इस कारण 21 फरवरी तक ऑनलाइन प्रक्रिया बंद कर दी गयी है. अब हर प्रखंड के लिए अलग-अलग सर्वर बनाये जा रहे हैं, ताकि प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके. हालांकि, अंचल स्तर पर विशेष सर्वेक्षण शिविरों में रैयत अपना स्वघोषणा पत्र, आवश्यक दस्तावेज और वंशावली जमा कर सकते हैं.
राजस्व विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक करीब 78 लाख रैयतों ने अपनी जमीन की स्वघोषणा पत्र दिया है. हालांकि, ऑनलाइन माध्यम बंद होने से हाल के दिनों में इसमें कमी आयी है. दूरदराज के इलाकों के लोगों को अंचल कार्यालयों में जाकर फॉर्म जमा करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
भूमि सर्वेक्षण के अगले चरण में पुराने खतियान (तेरीज लेखन) का सार तैयार करने का काम भी शुरू हो गया है. सरकार का लक्ष्य है कि जमीन से जुड़े सभी अभिलेखों को डिजिटल और पारदर्शी बनाया जाये, ताकि भविष्य में भूमि विवादों को रोका जा सके.