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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 30 Jul 2025 08:00:45 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Bihar News: बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) की बसों में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू किए जा रहे हैं। परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया है कि सभी बस ड्राइवर और कंडक्टर अब खाकी वर्दी और नेम प्लेट पहनेंगे। इसके साथ ही बसों में आगे की चार पंक्तियों की सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। सारण, रोहतास और मधुबनी में अतिरिक्त ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बनाए जाएंगे और पुरानी बसों की फिटनेस जाँच अनिवार्य होगी।
महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता
परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने विश्वेश्वरैया भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में निर्देश दिया है कि BSRTC बसों में महिलाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए आगे की चार पंक्ति सीटें उनके लिए आरक्षित की जाएँ। ड्राइवर और कंडक्टर के नाम बस के प्रवेश द्वार पर स्पष्ट रूप से प्रदर्शित होंगे और कंडक्टरों को यात्रियों के प्रति विनम्र व्यवहार के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस बैठक में पुरानी और जर्जर बसों की फिटनेस जाँच अनिवार्य करने का भी आदेश दिया गया। सभी जिलों में वाहन जाँच अभियान चलाया जाएगा, जिसमें प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र, फिटनेस और बीमा दस्तावेजों की सघन जाँच होगी। ओवरलोडिंग पर नियंत्रण के लिए दो पालियों में बैरियर लगाकर जाँच की जाएगी। साथ ही बस स्टैंडों पर पीने का पानी, शौचालय और अन्य बुनियादी सुविधाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। पटना के परिवहन परिसर (फुलवारीशरीफ) में पहले से ही आधुनिक सुविधाएँ जैसे CNG पंप, इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन और ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक मौजूद हैं। जो BSRTC की सेवाओं को मजबूत कर रहे हैं।
सारण, रोहतास, मधुबनी में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक
राज्य के 27 जिलों में पहले से ही आधुनिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक संचालित हैं, जहाँ लाइसेंस के लिए 20 ड्राइविंग कौशलों का परीक्षण हाई-डेफिनिशन कैमरों और सेंसर-लाइन ट्रैक पर किया जाता है। जून 2025 में सारण में 3,296, रोहतास में 2,425 और मधुबनी में 3,959 ड्राइविंग टेस्ट हुए। जिनमें क्रमशः 2,272, 2,129 और 2,375 आवेदकों को लाइसेंस जारी किए गए। आवेदकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इन तीनों जिलों में अतिरिक्त ट्रैक बनाए जाएंगे।