Cricketers Income: खिलाड़ी सिर्फ क्रिकेट नहीं, हर गियर से भी बनाते हैं करोड़ों का स्कोर, जानिए कैसे? Patna News: आचार संहिता लागू होते ही पटना पुलिस की बड़ी कार्रवाई, गाड़ी से लाखों कैश रुपये बरामद Chhath Puja: घाटों पर छठ की तैयारी शुरू, बढ़ते जलस्तर को लेकर प्रशासन सतर्क Bihar News: केंद्र ने बाइपास परियोजनाओं के लिए बड़ी शर्त, बिहार सरकार पर बढ़ा बोझ पप्पू यादव ने पीएम मोदी पर बोला हमला, कहा..घुसपैठियों की लिस्ट जारी करें प्रधानमंत्री बिहार विधानसभा चुनाव 2025: इस दिन जारी होगी जन सुराज पार्टी के प्रत्याशियों की पहली लिस्ट, प्रशांत किशोर करेंगे नाम की घोषणा बिहार विधानसभा चुनाव 2025: इस दिन जारी होगी जन सुराज पार्टी के प्रत्याशियों की पहली लिस्ट, प्रशांत किशोर करेंगे नाम की घोषणा Bihar Election 2025: बिहार चुनाव को लेकर एक्टिव मोड में अरवल जिला प्रशासन, डीएम-एसपी ने लिया तैयारियों का जायजा Bihar Politics: ‘महागठबंधन में सबकुछ तय, जल्द होगी सीटों की घोषणा’ सीट शेयरिंग पर मुकेश सहनी का बड़ा दावा Bihar Politics: ‘महागठबंधन में सबकुछ तय, जल्द होगी सीटों की घोषणा’ सीट शेयरिंग पर मुकेश सहनी का बड़ा दावा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 02 Mar 2025 06:10:09 PM IST
polluted ganga in bihar - फ़ोटो google
Bihar News : बिहार में हुई एक इकोनॉमिक सर्वे में एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है, यह बात निकालकर सामने आ रही है कि अब कई जगहों पर गंगा का पानी इतना प्रदूषित हो चुका है कि उसमें नहाना भी खतरनाक हो चुका है और नहाने पर लोगों को बीमार भी होना पड़ सकता है।
बैक्टेरिया की संख्या हद से ज्यादा
बिहार राज्य प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड ने लगभग 34 जगहों पर गंगा के पानी की क्वालिटी को जांचा है, जिसमें यह बात निकलकर सामने आई है। बताते चलें कि बिहार के कई मुख्य जिले/शहर गंगा किनारे बसे हुए हैं, इनके पानी में बैक्टेरिया की संख्या भारी मात्रा में पाई गई है जो कि चिंतनीय है।
जानवरों को नहीं केवल इंसानों को समस्या
इन जगहों में शामिल हैं बक्सर, छपरा, सोनपुर, पटना, फतुहा, बाढ़, मोकामा, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, सुल्तानगंज, मुंगेर, भागलपुर इत्यादि। हालांकि इन जगहों पर गंगा का पानी जल जीवों, खेती, जानवरों के इस्तेमाल के लिए अभी भी उपयुक्त है मगर इंसानों के लिए नहीं।
यह है मुख्य कारण
गंगा के इतने ज्यादा प्रदूषित होने का कारण उसमें हर रोज भारी मात्रा में कूड़ों, गंदे पानी, घरेलू कचरे का शामिल होना है, इसके बाद बिहार प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द इन जगहों पर कचरों के प्लांट लगवाएं जाएं, ताकि गंगा को कम से कम प्रदूषित होना पड़े और लोगों के स्वास्थ्य पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव ना पड़े।