Bihar News: यातायात पुलिस के 24 कर्मियों पर गिरी गाज, SP ने इस कारण किया निलंबित

Bihar News: पटना यातायात पुलिस के 19 महिला और 5 पुरुष कर्मियों को ड्यूटी में देरी और हाजिरी नियम तोड़ने के लिए निलंबित किया गया है। SP ने बार-बार चेतावनी के बावजूद सुधार न होने पर लिया कड़ा फैसला। शहर में जाम की समस्या पर भी सवाल।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 18 Jun 2025 08:06:03 AM IST

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प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google

Bihar News: पटना में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी संभालने वाले 24 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इनमें 19 महिला और 5 पुरुष सिपाही शामिल हैं। ये सब पटना एयरपोर्ट, सचिवालय और अन्य प्रमुख इलाकों में तैनात थे। यातायात पुलिस अधीक्षक को शिकायत मिली थी कि ये कर्मी ड्यूटी पर समय से नहीं पहुंच रहे थे और हाजिरी लगाने में भी देरी कर रहे थे। जांच में साक्ष्य मिलने के बाद SP ने सख्त कदम उठाते हुए सभी को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया।


यातायात पुलिस की ड्यूटी स्कूल और कार्यालय समय को ध्यान में रखकर दो पालियों में तय की जाती है। पहली पाली सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक होती है। नियम के अनुसार, कर्मियों को ड्यूटी शुरू करने और खत्म करने के समय नजदीकी थाने या यातायात चौकी पर हाजिरी दर्ज करानी होती है। हाल के दिनों में कई कर्मी समय पर ड्यूटी शुरू नहीं कर रहे थे, जिसके लिए उन्हें पहले चेतावनी दी गई थी। लेकिन बार-बार चेतावनी के बावजूद सुधार न होने पर SP ने निलंबन का फैसला लिया।


कुछ पुलिसकर्मियों का कहना है कि लंबी ड्यूटी के बाद हाजिरी का नियम उनके लिए अतिरिक्त बोझ है। पटना में ट्रैफिक जाम की समस्या आम हो चली है और कई बार पुलिसकर्मियों की अनुपस्थिति से स्थिति और बिगड़ जाती है। सोमवार शाम को आयकर गोलंबर से कोतवाली टी और पुराने म्यूजियम तक भारी जाम लगा, जहां यातायात पुलिस की मौजूदगी नहीं थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मेट्रो और अन्य निर्माण कार्यों के कारण सड़कें संकरी हो गई हैं, जिससे व्यस्त समय में वाहनों का दबाव बढ़ जाता है। फिर भी, कर्मियों की लापरवाही से जनता में नाराजगी है।


यह कार्रवाई पटना पुलिस की जवाबदेही को बढ़ाने की कोशिश का हिस्सा है। डीजीपी विनय कुमार ने पहले भी भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की बात कही थी और इस निलंबन को उसी नीति का हिस्सा देखा जा रहा है। स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि यह कदम यातायात पुलिस की कार्यशैली में सुधार लाएगा और शहर में जाम की समस्या से राहत मिलेगी। हालांकि, कर्मियों की कमी और मेट्रो निर्माण जैसे बाहरी कारकों को देखते हुए प्रशासन को दीर्घकालिक समाधान पर भी ध्यान देना होगा।