Bihar Air Pollution: पटना सहित कई जिलों में बढ़ा वायु प्रदूषण, ज्यादातर शहर ‘मध्यम प्रदूषित’ श्रेणी में दर्ज; हाजीपुर सबसे आगे

बिहार में सर्द हवाओं के लौटने और हवा की गति कम होने से वायु गुणवत्ता लगातार खराब होने लगी है। रविवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पटना के ज्यादातर क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता मध्यम प्रदूषित (Moderate) श्रेणी में दर्ज की गई

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 23 Nov 2025 01:56:48 PM IST

 Bihar Air Pollution

बिहार में एयर प्रदूषण - फ़ोटो GOOGLE

Bihar Air Pollution: बिहार में सर्द हवाओं के लौटने और हवा की गति कम होने से वायु गुणवत्ता लगातार खराब होने लगी है। रविवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पटना के ज्यादातर क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता मध्यम प्रदूषित (Moderate) श्रेणी में दर्ज की गई।


दानापुर में AQI 136, पटना सिटी में 100, तारामंडल के पास 132, गांधी मैदान इलाके में 160 और राजवंशी नगर में 123 रिकॉर्ड किया गया। इनमें पटना सिटी की हवा ‘संतोषजनक’ श्रेणी में रही, जबकि बाकी क्षेत्रों की वायु गुणवत्ता मध्यम रही।


बिहार के कई प्रमुख शहरों की हवा भी संतोषजनक से मध्यम प्रदूषित श्रेणी के बीच रही। कटिहार (AQI 96), छपरा (67), बेतिया (90), भागलपुर (94), मोतिहारी (84) और सहरसा (83) की हवा संतोषजनक श्रेणी में दर्ज की गई।


हवा में धूलकणों की बढ़ती मात्रा को देखते हुए पटना नगर निगम ने मुख्य सड़कों पर पानी का छिड़काव बढ़ा दिया है। इससे सड़क की धूल उड़ने में कमी आएगी और वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है। विशेषज्ञों के अनुसार, हवा की गति कम होने पर प्रदूषक तत्व वातावरण में ठहर जाते हैं, जिससे AQI बढ़ने लगता है।


मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून से पहले हवा की गुणवत्ता सबसे अच्छी होती है, लेकिन मानसून के बाद वातावरण में धूलकणों की मात्रा बढ़ जाती है। सर्दियों में तापमान गिरने के कारण प्रदूषक जमीन के नजदीक जम जाते हैं, जिससे हवा अधिक प्रदूषित हो जाती है।