Bihar Politics: सात सीटों पर RJD नए चेहरे को देने जा रही टिकट, 18 से अधिक नेताओं का कट सकता है पत्ता;तेजस्वी खुद कर कैंडिडेट तय करने से पहले बात NTA New Rule: परीक्षाओं को लेकर NTA का बड़ा फैसला; केंद्र चुनने के नियम में हुआ बदलाव, जानें छात्रों पर क्या पड़ेगा प्रभाव Bihar Assembly Election 2025: नया कुर्ता सिलवाकर कर भी नेता जी के माथे पर पसीना, नेतृत्व नहीं बांटा पा रहा सीट; तो कैसे करें प्रचार और कब भरेंगे फॉर्म Reserve Bank of India: RBI की सख्ती! इस बैंक से अब ग्राहक निकाल सकेंगे सिर्फ तय रकम; जानिए क्या है रोक के पीछे की वजह Bihar Assembly Election : मुकेश सहनी और कांग्रेस को लेकर तेजस्वी ने बनाया ख़ास मास्टर प्लान; सरकार बनते ही कैबिनेट में दिखेगा यह ख़ास बदलाव;बन सकता है नया इतिहास Bihar Election 2025: चुनाव आयोग का बड़ा फैसला,अब घर बैठे करें मतदान; बस करना होगा यह छोटा सा काम WhatsApp New Feature: WhatsApp में जल्द आ सकता है Instagram जैसा यह फीचर – यूजर्स के लिए शुरू हो गयी है टेस्टिंग, जानिए क्या है नया सरप्राइज! IPS Officer : ‘सुपर कॉप’ शिवदीप लांडे राजनीति में एंट्री, अररिया या जमालपुर से निर्दलीय लड़ेंगे बिहार विधानसभा चुनाव Bihar Election 2025: शुभ मंगल सावधान: आज घोषित होंगे पीके के रणबाकुरों के नाम, जानें किसे मिल सकती है अहम जगह Cricketers Income: खिलाड़ी सिर्फ क्रिकेट नहीं, हर गियर से भी बनाते हैं करोड़ों का स्कोर, जानिए कैसे?
1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Mon, 17 Feb 2025 11:08:32 AM IST
रिटायर कर्मियों को पेंशन मिलने में हो रही देरी - फ़ोटो google
Bihar Pension Delay News: बिहार के पारंपरिक विश्वविद्यालयों और अंगीभूत कॉलेजों के सेवानिवृत्त कर्मियों का पेंशन का समय पर नहीं मिल रहा है। कई कर्मियों को एक-दो महीने के अतिरिक्त इंतजार के बाद ही पेंशन मिलती है। समय पर पेंशन नहीं मिलने का कारण पे-रोल मैनेजमेंट में पेंशनधारियों के संबंध में ब्योरा अपलोड धीमी गति में करना है। अब भी बड़ी संख्या में पेंशनरों का ब्योरा अपलोड नहीं है, जबकि विभाग ने इसे अनिवार्य कर दिया है। इस कारण ही पेंशन राशि का भुगतान होने में देर होती है। राज्य के इन विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में 20 हजार पेंशनधारी हैं।
दरअसल बिहार के 13 विश्वविद्यालयों और उनके कॉलेजों के रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन मिलने में देरी हो रही है। एक-दो महीने के इंतजार के बाद ही कर्मचारियों को पेंशन मिल रही है। दिसंबर 2024 के बाद की पेंशन अभी तक नहीं मिली है। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा और केएसडी संस्कृत विश्वविद्यालय में नवंबर के बाद से भुगतान अटका है। समस्या पे-रोल मैनेजमेंट सिस्टम में जानकारी अपलोड करने की धीमी गति के कारण है। शिक्षा विभाग के बार-बार कहने पर भी विश्वविद्यालय तेजी से काम नहीं कर रहे हैं। राज्य के इन विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में लगभग 20 हजार पेंशनधारी हैं। उन्हें हर महीने औसतन 180 करोड़ रुपये पेंशन के रूप में मिलते हैं।
वहीं बिहार शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पे-रोल मैनेजमेंट सिस्टम में पेंशनधारियों की जानकारी अपलोड करने की प्रक्रिया बहुत धीमी है। विश्वविद्यालय इस काम में तेजी नहीं दिखा रहे हैं, जबकि शिक्षा विभाग ने कई बार उन्हें इसके लिए कहा है। अभी भी बहुत सारे पेंशनधारियों की जानकारी सिस्टम में अपलोड नहीं हुई है। विभाग ने इसे अनिवार्य कर दिया है। यही पेंशन में देरी का मुख्य कारण है।