Bihar Police Recruitment 2026 : अगले साल बिहार पुलिस में बड़ी भर्ती, सूबे को मिलेंगे 45 हजार सिपाही और 1,799 दारोगा; बढ़ रही महिलाओं की भागीदारी

बिहार पुलिस में अगले साल बड़ी भर्ती: 45,000 से अधिक सिपाही और 1,799 दारोगा शामिल होंगे। मार्च-अप्रैल 2026 तक चयन और प्रशिक्षण पूरा कर तैनाती होगी।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 14 Dec 2025 09:21:52 AM IST

Bihar Police Recruitment 2026 : अगले साल बिहार पुलिस में बड़ी भर्ती, सूबे को मिलेंगे 45 हजार सिपाही और 1,799 दारोगा; बढ़ रही महिलाओं की भागीदारी

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Bihar Police Recruitment 2026 : बिहार में पुलिस भर्ती को लेकर अगले साल बड़ा बदलाव आने वाला है। राज्य पुलिस विभाग अगले साल लगभग 45,000 नए सिपाहियों को भर्ती करने की योजना बना रहा है। इनमें से 22,000 से अधिक सिपाहियों का प्रशिक्षण अप्रैल 2026 तक पूरा हो जाएगा, जबकि 23,000 से अधिक सिपाहियों के चयन की प्रक्रिया मार्च 2026 तक पूरी की जाएगी। इसके अलावा, अगले साल 1,799 दारोगाओं की भर्ती भी पूरी कर उन्हें बिहार पुलिस में शामिल किया जाएगा।


वर्तमान में बिहार पुलिस में सभी पदों की स्वीकृत संख्या 2,29,651 है। हालांकि, इन पदों में वर्तमान में कार्यरत पुलिसकर्मियों की संख्या 1,01,000 से अधिक है। इनमें एएसआई से लेकर इंस्पेक्टर स्तर तक लगभग 35,000 पुलिसकर्मी शामिल हैं। शनिवार को बिहार पुलिस में 1,218 नए दारोगाओं का शामिल होना हुआ। ये दारोगा प्रशिक्षण पूरा करने के बाद विभिन्न थानों और इकाइयों में तैनात किए जाएंगे।


बिहार पुलिस विभाग ने हाल ही में 21 जुलाई 2025 से पुराने 1,060 सिपाहियों को इकट्ठे 9 महीने का बुनियादी प्रशिक्षण देना शुरू किया है। इस प्रशिक्षण को अप्रैल 2026 तक पूरा कर इनकी विधिवत तैनाती की जाएगी। इस प्रक्रिया के साथ ही 21,391 सिपाहियों की नियुक्ति भी की जा चुकी है। इन नियुक्तियों के माध्यम से बिहार पुलिस की मानव संसाधन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है।


साथ ही, 19,838 सिपाहियों के पदों के लिए लिखित परीक्षा भी संपन्न हो चुकी है। अगले चरण में शारीरिक परीक्षा इसी माह शुरू होगी और इसका चयन मार्च 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा, चालक सिपाही के 4,300 पदों पर भी नियुक्ति प्रक्रिया के तहत लिखित परीक्षा आयोजित की जा चुकी है।


बिहार पुलिस विभाग की यह योजना राज्य में कानून-व्यवस्था को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से की गई है। नए भर्ती होने वाले सिपाही और दारोगा थानों में प्रतिदिन की कार्रवाई में मदद करेंगे और अपराध नियंत्रण में तेजी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। नए सिपाही और दारोगा न केवल शहरों में बल्कि ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में भी पुलिस सेवाओं को बेहतर बनाएंगे।


विशेषज्ञों का मानना है कि पुलिस बल की इस त्वरित भर्ती से अपराध दर पर नियंत्रण में मदद मिलेगी और जनता में सुरक्षा की भावना बढ़ेगी। बिहार में अपराध नियंत्रण और पुलिस तंत्र की दक्षता के लिए यह कदम अहम माना जा रहा है।


बिहार पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, नए सिपाहियों और दारोगाओं को प्रशिक्षण के दौरान कानून, अपराध विज्ञान, फिजिकल ट्रेनिंग और साइबर सुरक्षा जैसे आधुनिक तकनीकी ज्ञान से लैस किया जाएगा। इसका उद्देश्य यह है कि पुलिसकर्मी न केवल सामान्य अपराधों से निपटने में सक्षम हों, बल्कि डिजिटल और जटिल अपराधों से भी निपट सकें।


साथ ही, अधिकारियों ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता को विशेष महत्व दिया गया है। लिखित परीक्षा, शारीरिक परीक्षा और प्रशिक्षण के सभी चरण सरकारी मानकों के अनुसार पूर्ण किए जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि केवल योग्य और सक्षम उम्मीदवार ही बिहार पुलिस में शामिल हों।


इस भर्ती प्रक्रिया के पूरा होने के बाद बिहार पुलिस का कुल मानव संसाधन और मजबूती से बढ़ जाएगा। नए सिपाही और दारोगा थानों में तैनात होने के बाद आम जनता को बेहतर सेवा मिल सकेगी। इसके साथ ही अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में भी सुधार होगा।


बिहार पुलिस विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि भविष्य में और अधिक भर्ती योजनाएं तैयार की जा रही हैं, ताकि राज्य के विभिन्न हिस्सों में पुलिस सेवा को और सुदृढ़ किया जा सके। इसके तहत विशेष क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बल और प्रशिक्षित सिपाही तैनात किए जा सकते हैं।


निष्कर्ष यह है कि बिहार पुलिस में अगले साल होने वाली यह बड़ी भर्ती न केवल नए सिपाहियों और दारोगाओं के लिए अवसर लेकर आएगी, बल्कि राज्य में कानून और व्यवस्था को मजबूत बनाने में भी अहम योगदान देगी। 45,000 से अधिक सिपाहियों और 1,799 दारोगाओं के शामिल होने के बाद बिहार पुलिस जनता की सुरक्षा के मामले में और अधिक प्रभावशाली बन जाएगी।