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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 29 Jul 2025 08:53:05 AM IST
बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Bihar News: बिहार के नागरिकों को अब पुलिस से जुड़ी कई आवश्यक सेवाओं के लिए थाने के चक्कर नहीं लगाने होंगे। बिहार पुलिस अगस्त महीने से 'सिटीजन सर्विसेज पोर्टल' लॉन्च करने जा रही है, जो राज्य भर के नागरिकों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक दर्जन से अधिक सेवाएं प्रदान करेगा। इस पोर्टल को 20 अगस्त तक लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है।
इस पोर्टल के जरिए आम नागरिक किरायेदार, घरेलू सहायक और चालक का सत्यापन ऑनलाइन ही करा सकेंगे। इसके साथ ही गुमशुदा व्यक्ति की रिपोर्ट, खोई हुई वस्तुओं की जानकारी, अज्ञात शव या व्यक्ति की सूचना, और वांछित अपराधियों की जानकारी जैसे कार्य भी अब ऑनलाइन किए जा सकेंगे। इस पहल से लोगों को पुलिस स्टेशन जाने की आवश्यकता नहीं होगी और प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सरल हो जाएगी।
ई-शिकायत की सुविधा भी इस पोर्टल पर उपलब्ध होगी, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति घर बैठे अपनी शिकायत थाने में दर्ज कर सकेगा। हालांकि, नए भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत, ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने के तीन दिन के भीतर आवेदक को संबंधित थाना जाकर व्यक्तिगत रूप से पुष्टि करनी होगी। यह कदम फर्जी शिकायतों को रोकने और सिस्टम की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
सोमवार को बिहार पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो के अपर पुलिस महानिदेशक अमित लोढ़ा ने इस नई डिजिटल सेवा की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस पोर्टल के माध्यम से एफआईआर की कॉपी भी आम नागरिकों को उपलब्ध होगी, और इसके लिए उन्हें लॉगिन करने की भी आवश्यकता नहीं होगी। सिर्फ आवेदन संख्या से ही एफआईआर डाउनलोड की जा सकेगी।
पोर्टल पर मिलने वाली प्रमुख सेवाएं होंगी-
गुम/खोई संपत्ति की रिपोर्ट दर्ज करना
गुमशुदा व्यक्ति की रिपोर्ट
घरेलू सहायक, चालक और किरायेदार का ऑनलाइन सत्यापन
ई-शिकायत दर्ज करना
वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण
अज्ञात शव या व्यक्ति की सूचना देना
बरामद संपत्ति की सूचना
गिरफ्तार या वांछित व्यक्ति की जानकारी
गुमशुदा व्यक्ति की खोज
इसके अलावा, सीसीटीएनएस (Crime and Criminal Tracking Network & Systems) के तहत आवेदक को एफआईआर दर्ज होते ही एसएमएस से सूचना भेजी जाएगी, जिससे शिकायतकर्ता को तुरंत अपडेट मिल सकेगा। इसी तरह संबंधित जांच अधिकारी (IO) को भी मैसेज प्राप्त होगा। फिलहाल राज्यभर के 8661 आईओ को एसएमएस सेवा से जोड़ा जा चुका है।
यह पोर्टल न केवल डिजिटल इंडिया मिशन को आगे बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि पुलिस और आम नागरिकों के बीच पारदर्शिता, भरोसे और संवाद को भी बेहतर बनाएगा। तकनीक के माध्यम से पुलिसिंग को नागरिकों के और अधिक नजदीक लाने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकता है।