बिहार: विशेष सर्वेक्षण संविदाकर्मियों की पुनर्बहाली प्रक्रिया जारी, अब तक 402 को मिली स्वीकृति

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों की पुनर्बहाली की प्रक्रिया लगातार जारी है। 2035 संविदा कर्मियों ने अपील की थी, जिसमें 402 को स्वीकृति दी गयी है जबकि शेष बचे आवेदन पर समीक्षा की जा रही है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 15 Sep 2025 03:59:27 PM IST

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PATNA: हड़ताल पर गये 9000 से ज्यादा विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों को एक झटके में सरकार ने बर्खास्त कर दिया था। अब धीरे-धीरे उन्हें फिर से बहाल किया जा रहा है। पुनर्बहाली प्रक्रिया लगातार जारी है। अभी तक 2035 संविदा कर्मियों ने वापसी के लिए अपील किया है जिसमें सिर्फ 402 आवेदन पर विचार करते हुए स्वीकृति दी गयी है जबकि अन्य आवेदन प्रक्रिया में है। 


भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय के अंतर्गत कार्यरत जिन विशेष सर्वेक्षण संविदाकर्मियों को पूर्व में हड़ताल के कारण सेवा से बर्खास्त किया गया था, उन्हें अब राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा पुनः सेवा में लौटने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। इस मानवीय पहल के तहत बर्खास्त कर्मियों को अपील करने की सुविधा दी गई है, ताकि वे पुनर्बहाली के लिए आवेदन कर सकें। जिसके तहत बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं।


विभाग द्वारा अपील हेतु निर्गत ईमेल आईडी – appealdlrs@gmail.com – पर अब तक 2035 कर्मियों ने पुनर्बहाली के लिए आवेदन प्रस्तुत किए हैं, और यह प्रक्रिया निरंतर जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इनमें से 402 अपीलों को स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है, जबकि शेष आवेदनों की समीक्षा प्रक्रिया प्रगति पर है।इसके अतिरिक्त, 3321 संविदा कर्मी पहले ही हड़ताल समाप्त कर पुनः कार्यभार ग्रहण कर चुके हैं, जिससे विभागीय कार्यों की नियमितता बहाल होने लगी है।


विभाग ने स्पष्ट किया है कि इच्छुक संविदा कर्मी विभाग के पटना स्थित कार्यालय में कार्यालय अवधि के दौरान व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अथवा निर्धारित ईमेल पते के माध्यम से ऑनलाइन भी अपनी अपील प्रस्तुत कर सकते हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, यह पहल उन कर्मियों के लिए एक उचित अवसर है, जो पूर्व में सेवा से बर्खास्त किए गए थे लेकिन अब पुनः कार्य पर लौटने की इच्छा रखते हैं। पहले दिन 54 कर्मियों की वापसी के साथ शुरुआत हुई थी, इसके बाद इनकी संख्या बढ़कर 235 हो गई थी। कार्य पर वापस लौटने वाले संविदाकर्मियों की संख्या उत्तरोत्तर बढ़ रही है, जो इस प्रक्रिया की प्रभावशीलता को दर्शाता है।