1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 22 Jul 2025 07:24:19 PM IST
बिहार मतदाता पुनरीक्षण - फ़ोटो GOOGLE
PATNA : बिहार में SIR को लेकर भले ही सियासी बवंडर मचा हुआ हो। बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र की बैठक हंगामा के बीच हो रही हो लेकिन चुनाव आयोग ने गहन मतदाता पुनरीक्षण के दौरान अब तक जो आंकड़े दिए हैं वह बेहद चौंकाने वाले हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने गहन मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम खत्म होने के ठीक 3 दिन पहले 22 जुलाई को जो ताजा आंकड़े जारी किए हैं उसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
निर्वाचन आयोग ने 22 जुलाई को जो ताजा आंकड़े जारी किए हैं उसके मुताबिक बिहार में अब तक जो गहन मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाया है उसमें 18 लाख मृतकों के नाम वोटर लिस्ट में पाए गए हैं। आयोग की तरफ से चलाए गए अभियान के आंकड़े या बता रहे हैं कि राज्य में 7 लाख ऐसे वोटर हैं जिन्होंने दो जगह मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवा रखा है। जबकि 26 लाख ऐसे वोटर भी पाए गए हैं जो अपने मौजूदा विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर के दूसरे विधानसभा क्षेत्र में जा चुके हैं। आयोग आगामी 25 जुलाई तक राज्य में गहन मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाएगा। 26 जून को आयोग ने इस संबंध में फैसला लिया था और 25 जुलाई को पहले चरण की प्रक्रिया खत्म हो जाएगी। 1 अगस्त को आयोग की तरफ से ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी किया जाएगा। इसके बाद कोई भी मतदाता अपने तरफ से दावा और आपत्ति आयोग के पास दर्ज करा पाएगा।
22 जुलाई को आयोग ने गहन मतदाता पुनरीक्षण को लेकर जो ताजा आंकड़े जारी किए हैं उसके मुताबिक के बिहार में कुल 7 करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 मतदाताओं में से 90.67 फीसदी मतदाताओं के गणना फॉर्म आयोग को मिल चुके हैं। यह आंकड़ा 7 करोड़ 16 लाख 4 हजार 102 है। आयोग की तरफ से चलाए जा रहे इस अभियान में कुल 6.62 फीसदी ऐसे वाटर पाए गए हैं जो अलग–अलग कारणों से अपने पते पर नहीं मिले। आयोग की तरफ से बताया गया है कि राज्य में केवल 21 लाख 35 हजार 616 मतदाता ही ऐसे बचे हैं जिन्होंने अपना गणना फॉर्म नहीं दिया है। बिहार में कुल वोटर्स का यह केवल 2.70 फीसदी है।