1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 07 Aug 2025 07:32:49 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Bihar Weather: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 7 अगस्त को बिहार के 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। सुपौल, अररिया, रोहतास, औरंगाबाद और कैमूर में अति भारी वर्षा (64.5-204.4 मिमी) का ऑरेंज अलर्ट है, जबकि पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, गोपालगंज और गया में भारी बारिश (64.5-115.5 मिमी) की संभावना के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार उत्तरी बिहार में चक्रवाती परिसंचरण और उत्तर-पश्चिम बिहार से दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश तक द्रोणिका का प्रभाव बारिश को बढ़ा रहा है। 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने और बिजली गिरने का खतरा भी बना हुआ है। निवासियों को घर में रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
पिछले 24 घंटों में किशनगंज के तैबपुर में सर्वाधिक 86 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद गलगलिया (71.8 मिमी), ठाकुरगंज (64.2 मिमी) और पश्चिम चंपारण के मधुबनी (52.8 मिमी) में भारी वर्षा हुई। रोहतास (चेनारी: 44.2 मिमी), खगड़िया (परबत्ता: 42.4 मिमी), पूर्णिया (ढेंगराघाट: 32.8 मिमी) और भभुआ (भगवानपुर: 32.4 मिमी) में भी मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। भागलपुर (नाथनगर: 17.2 मिमी), अररिया (सिकटी: 24.1 मिमी) और बांका (बौसी: 22.2 मिमी) में मध्यम बारिश हुई।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में तापमान में 1-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की भविष्यवाणी की है, जिससे उमस से राहत मिल सकती है। बुधवार को शेखपुरा में सबसे अधिक तापमान 34.4 डिग्री और सबसे कम भागलपुर में 24.8 डिग्री दर्ज किया गया। पटना का अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री और न्यूनतम 26.6 डिग्री रहा। बिहार में सक्रिय मॉनसून के कारण कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है या उसे पार कर चुका है। भागलपुर और मुंगेर जैसे जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है।
पटना और आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को बादल छाए रहने और छिटपुट बारिश की संभावना है। IMD ने बिहार के उत्तरी और पूर्वी जिलों में अगले 3-4 दिनों तक बारिश की गतिविधि जारी रहने का अनुमान जताया है, खासकर नेपाल की सीमा से सटे क्षेत्रों में। बाढ़ संभावित क्षेत्रों में प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमें तैनात की हैं। निवासियों को बिजली गिरने से बचने के लिए पेड़ों या खुले मैदानों से दूर रहने की सलाह दी गई है।