बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Vaishali-Encounter: मारा गया कुख्यात अपराधी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में हुआ ढेर--एसटीएफ का एक जवान घायल Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 28 Mar 2025 09:29:17 AM IST
Bihar news - फ़ोटो File photo
CBSE EXAM: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से जुड़ी यह बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। बोर्ड वैसे छात्रों को एग्जाम देने से रोक सकती है जिन्होंने डमी स्कूल में अपना एडमिशन करवाया है। तो आइए जानते हैं कि इसको लेकर ताजा अपडेट क्या है।
जानकारी के अनुसार, CBSE ने अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जो कक्षा 12 के छात्र 'डमी स्कूलों' में नामांकित हैं, उन्हें बोर्ड परीक्षा में बैठने से रोकने पर विचार करें। सीबीएसई के अधिकारियों ने इस बारे में बताया कि यदि छात्र नाम के लिए किसी डमी स्कूल से जुड़े हैं और असल में वहां पढ़ाई नहीं हो रही है, तो उन्हें परीक्षा में शामिल होने का मौका नहीं मिलेगा।
सीबीएसई ने यह भी कहा कि इस मामले की जिम्मेदारी छात्रों और उनके माता-पिता पर भी है, क्योंकि नियमित स्कूल न जाने का फैसला उन्हीं का होता है।
आपको बताते चले कि, पिछले साल दिसंबर में CBSE ने दिल्ली, बेंगलुरु, वाराणसी, बिहार, गुजरात और छत्तीसगढ़ के 29 स्कूलों में एक्शन लेकर 'डमी' छात्रों के नामांकन की जांच की थी। कई छात्र, खासकर जो इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, डमी स्कूलों में नामांकन करते हैं ताकि वे अपनी पूरी ऊर्जा केवल प्रतिस्पर्धी परीक्षा की तैयारी पर केंद्रित कर सकें। ये छात्र कक्षाओं में नहीं जाते और सीधे बोर्ड परीक्षा में बैठते हैं।