पसमांदा समाज ने लालू के खिलाफ पटना में लगाया पोस्टर, पूछा..कब माफी मांगेगा लालू परिवार?

राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव द्वारा अंबेडकर के कथित अपमान को लेकर बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। बीजेपी और पसमांदा समाज ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पटना में विरोध पोस्टर लगे हैं और भाजपा लगातार माफ़ी की मांग कर रही है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 18 Jun 2025 07:10:23 PM IST

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दलित समाज का अपमान - फ़ोटो google

PATNA: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के कथित अपमान को लेकर एक ओर जहां भाजपा लगातार हमलावार है और लालू से माफी मांगने को कह रहा है। बीजेपी का कहना है कि जब तक लालू माफी नहीं मांगेगे भाजपा का आंदोलन जारी रहेगा। वही अब पसमांदा समाज के लोग भी लालू के खिलाफ सामने आ गये हैं। 


पसमांदा समाज ने पूरे पटना में लालू के खिलाफ पोस्टर लगाया है। जिनमें लिखा गया हैं कि पसमांदा दलित पूछते हैं, कब माफ़ी मांगेगा लालू परिवार ? पोस्टर में यह भी लिखा गया है कि पसमांदा समाज बाबा साहब के सम्मान में एकजुट है। पसमांदा समाज के लोगों का कहना है कि लालू के इस रवैय्ये को लेकर समाज के भीतर गहरी नाराज़गी है और सार्वजनिक रूप से अब इसे प्रदर्शित किया जा रहा है।


वही चुनावी साल में इसे दलित अपराध से जोड़ते हुए बीजेपी नेता व बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गठबंधन के बीच अंदरूनी कलह की बात कही। सम्राट चौधरी ने बताया है अंबेडकर के अपमान के मामले में कांग्रेस चाहती है कि लालू प्रसाद यादव माफी मांगे लेकिन लालू का पूरा परिवार किसी भी कीमत पर माफी नहीं मांगने पर अड़ा है।


बता दें कि इस मामले को लेकर बीते दिनों बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को एक ज्ञापन सौंपा था। जिसमें यह लिखा गया था कि 11 जून 2025 को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का जन्मदिन था। इस मौके पर लालू ने बाबा साहब की तस्वीर का अनादर किया। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर भी वायरल है। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने पत्र में लिखा कि इस प्रकार का व्यवहार संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अनादर है, जिससे दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है। राज्यपाल के समक्ष यह मांग रखी गयी कि लालू प्रसाद यादव इस विषय पर सार्वजनिक माफ़ी मांगे। राज्य सरकार और प्रशासन समाज में संविधान मूल्यों की रक्षा हेतु त्वरित संदेश दे। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सख़्त दिशा निर्देश जारी किए जाएं।