नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (NSMCH) ने हासिल किया एक और मुकाम, पहली बार 150 सीटों पर हुआ छात्रों का दाखिला

NSMCH में 6th MBBS बैच (2025–30) के लिए इंडक्शन और व्हाइट कोट सेरेमनी आयोजित। पहली बार 150 छात्रों की एंट्री, विशेषज्ञों ने चिकित्सा नैतिकता और मानवीय मूल्यों पर मार्गदर्शन दिया।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 17 Nov 2025 08:11:02 PM IST

बिहार

संस्थान में उत्साह का माहौल - फ़ोटो REPORTER

PATNA: पटना के बिहटा स्थित नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (NSMCH) में सोमवार को छठे MBBS बैच (सत्र 2025–30) के छात्रों के लिए भव्य इंडक्शन प्रोग्राम और व्हाइट कोट वितरण समारोह का आयोजन किया गया। संस्थान को इस साल मेडिकल काउंसिल ने MBBS के 150 सीटों पर एडमिशन लेने की इजाजत दी है, जिससे संस्थान में उत्साह का माहौल है।


कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि बिहार मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. बिंदे कुमार के हाथों दीप प्रजवल्लन से हुई. इस अवसर पर संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण मुरारी, जॉइंट डायरेक्टर डॉ. अरविंद प्रसाद, जॉइंट डायरेक्टर डॉ. अशोक शरण, प्रिंसिपल डॉ. हरिहर दीक्षित, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. उदय नारायण, होस्टल सुपरिटेंडेंट श्री पवन कुमार, डीन डॉ. प्रेम, छात्र कल्याण प्रभारी डॉ. अनीमेश गुप्ता और सब-डीन (रिसर्च) डॉ. स्वरनिमा सिंह उपस्थित थे.


इसी दौरान चेयरमैन एम. एम. सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में जुड़कर छात्रों का उत्साहवर्धन किया. उन्होंने छात्रों को कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हुए कहा कि आप सभी भविष्य के चिकित्सक हैं और सफलता आपका इंतजार कर रही है. ईमानदारी और परिश्रम को अपना साथी बनाएं, दुनिया में कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं रहेगा.


मुख्य अतिथि डॉ. बिंदे कुमार ने छात्रों को चिकित्सा विज्ञान की निरंतर बदलती चुनौतियों और नवाचारों को लेकर सजग रहने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर सिर्फ उपचारकर्ता नहीं, बल्कि समाज के लिए आशा का स्तंभ होता है. आप सभी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ मानवीय संवेदनाओं को भी विकसित करना होगा.


मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण मुरारी ने छात्रों को जीवन के विभिन्न पहलुओं—अनुशासन, आत्मविश्वास, सहानुभूति और नैतिक मूल्यों—के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि मेडिकल क्षेत्र में आपकी यात्रा सिर्फ डिग्री तक सीमित नहीं है. यह स्वयं को बेहतर इंसान बनाने की प्रक्रिया भी है. कठिन परिश्रम, ईमानदारी और धैर्य ही आपको एक सफल चिकित्सक बनाएंगे.


इस समारोह में नये सत्र के छात्र-छात्राओं को डीन डॉ प्रेम ने चिकित्सा-पेशे की गरिमा, अनुशासन और सेवा-भाव का संकल्प दिलाते हुए चारक शपथ दिलायी. इसके बाद छात्रों को पारंपरिक व्हाइट कोट प्रदान किए गए, जो उनकी चिकित्सा-यात्रा की औपचारिक शुरुआत का प्रतीक है. कार्यक्रम का संचालन डॉ. पल्लवी आनंद, सह - प्राध्यापक प्रोफेसर (फिजियोलॉजी) और डॉ. शैलता प्रिसी, सहायक प्रोफेसर (बायोकेमिस्ट्री) द्वारा किया गया.