Bihar News: बिहार के इन जिलों में इंडस्ट्रियल हब का निर्माण, रोजगार की आने वाली है बाढ़.. Bihar News: बिहार के इन जिलों में एयरपोर्ट का निर्माण, गया हवाई अड्डे को बनाया जाएगा इस मामले में खास.. ISM पटना में व्याख्यान का आयोजन: इसके माध्यम से युवाओं को मिला लैंगिक संवेदनशीलता का संदेश Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला...इस विभाग में 459 लिपिक की होगी बहाली..इन आंदोलनकारियों की पेंशन राशि में भारी वृद्धि अररिया में लूट की कोशिश नाकाम: एक्सीडेंट में घायल हुए दो बदमाश, ग्रामीणों ने हथियार के साथ पकड़ा Bihar Education News: 1st Bihar की खबर का बड़ा असर, भ्रष्टाचार में लिप्त A.E. की सेवा होगी समाप्त.. शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, करप्शन की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी Patna News: पटना में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होगी निगरानी Patna News: पटना में गंदगी फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, इस दिन से अभियान शुरू Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर क्यों तोड़ी जाती है दही हांडी? जानिए... इस परंपरा का इतिहास और महत्व Bihar News: बिहार में मिला इतने हजार करोड़ का खनिज, खजाने की ई-नीलामी की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 28 Jun 2025 07:20:06 AM IST
पटना न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Patna Metro: पटना में मेट्रो ट्रेन दौड़ने का सपना अब साकार होने की ओर है। जुलाई 2025 में 3 कोच वाली पहली मेट्रो ट्रेन पटना पहुंचेगी, जिससे राजधानी की शहरी परिवहन प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है। यह कोच महाराष्ट्र के पुणे स्थित टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा निर्मित किया जा रहा है। ट्रेन के पटना पहुंचने के बाद इसे डिपो में असेंबल करने में लगभग 15 से 20 दिन लगेंगे। इसके बाद मेट्रो का ट्रायल रन शुरू होगा। पटना मेट्रो के प्राथमिक कॉरिडोर की लंबाई 6.107 किलोमीटर है, जिसमें कुल 5 स्टेशन न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल, भूतनाथ, खेमनीचक (इंटरचेंज स्टेशन, फिलहाल तैयार नहीं) और मलाही पकड़ी शामिल हैं।
शुरुआती चरण में खेमनीचक स्टेशन पर ट्रेन नहीं रुकेगी, क्योंकि इसका निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है। सरकार ने इस कॉरिडोर पर 15 अगस्त 2025 से मेट्रो संचालन शुरू करने का लक्ष्य रखा है। मेट्रो कोचों की खरीदारी जापानी एजेंसी JICA (जायका) के फंड से होनी थी, लेकिन फंड मिलने में देरी के कारण राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को ₹115 करोड़ की राशि प्रदान की। इस राशि से 3 कोच वाली ट्रेन, मेट्रो ट्रैक, लिफ्ट और एस्केलेटर जैसे जरूरी उपकरण खरीदे गए।
नई मेट्रो ट्रेन में कुल 3 कोच होंगे और प्रत्येक कोच में लगभग 300 यात्रियों की क्षमता होगी। यानी कुल मिलाकर एक ट्रेन में 900 यात्री एक साथ यात्रा कर सकेंगे। यह ट्रेन खास तौर पर कम दूरी की शहरी यात्रा के लिए डिजाइन की गई है, जिससे हर ट्रिप में ऊर्जा की कम खपत होगी। छोटी ट्रेनें बेहतर फ्रीक्वेंसी प्रदान करेंगी, परिचालन लागत में कमी लाएंगी, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुगमता से दौड़ सकेंगी। यह प्रणाली पर्यावरण के अनुकूल है और शहर की संकरी गलियों में भी मेट्रो की पहुंच को संभव बनाएगी।
राज्य सरकार ने पहले चरण के अलावा पूरे शहर में मेट्रो नेटवर्क फैलाने की योजना बनाई है। कॉरिडोर-2 (पटना जंक्शन से पटेल नगर तक) पर भी कार्य प्रगति पर है। साथ ही ट्रेनों की संख्या, फ्रीक्वेंसी और स्मार्ट टिकटिंग सिस्टम जैसे उपायों पर भी काम हो रहा है।
पटना मेट्रो का यह पहला कदम न केवल बिहार के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह राजधानी के ट्रैफिक जाम, प्रदूषण और परिवहन समस्याओं के स्थायी समाधान की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। यदि सभी कार्य समय पर पूरे हुए, तो 15 अगस्त 2025 को राजधानी के लोग पहली बार पटना मेट्रो में सफर का आनंद उठा सकेंगे।