1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 24 Sep 2025 03:57:45 PM IST
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Patna News: पटना में अगले छह दिनों के भीतर पटना मेट्रो का उद्घाटन हो जाएगा और यात्रियों के लिए इसकी सेवा शुरू कर दी जाएगी। प्रारंभिक चरण में मेट्रो केवल कुछ चुनिंदा स्टेशनों के बीच संचालित होगी, लेकिन सरकार हर महीने नेटवर्क का विस्तार करते हुए नए-नए स्टेशनों को चालू करेगी। सितंबर महीने के आखिरी दिनों में प्रवेश करते हुए, नगर विकास मंत्री और भाजपा नेता जीवेश कुमार ने पुष्टि की है कि इसी महीने के अंत तक पटना मेट्रो का औपचारिक उद्घाटन होगा।
मंत्री जीवेश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि शुरुआत में मेट्रो सेवा सीमित स्टेशनों पर चलेगी, जिसके बाद चरणबद्ध तरीके से अन्य स्टेशन भी परिचालन में शामिल किए जाएंगे। उन्होंने संकेत दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में संभवतः शनिवार या रविवार को, या फिर 29 या 30 सितंबर को पटना मेट्रो का उद्घाटन कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में 15 सितंबर को पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था।
पटना मेट्रो के परिचालन से पहले विभिन्न ट्रायल सफलतापूर्वक संपन्न हुए हैं। 7 और 17 सितंबर को मेट्रो ट्रेन का ट्रायल हुआ, जब ट्रेन न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल (आईएसबीटी) से भूतनाथ स्टेशन तक चली। इन ट्रायल के दौरान भारी संख्या में लोग मेट्रो ट्रेन देखने के लिए जमा हुए थे, जिससे परियोजना की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके अलावा 3 सितंबर को डिपो में भी एक ट्रायल रन किया गया था।
पटना मेट्रो परियोजना में दो मुख्य कॉरिडोर शामिल हैं रेड लाइन और ब्लू लाइन। ब्लू लाइन, जिसे सेकंड कॉरिडोर कहा जाता है, में कुल 12 स्टेशन हैं। जब यह पूरी तरह चालू हो जाएगा, तो मेट्रो पटना जंक्शन से आईएसबीटी तक चलेगी। पहली लाइन, यानी रेड लाइन, दानापुर कैंट से खेमनीचक तक 14 स्टेशनों के बीच सेवा प्रदान करेगी। दोनों लाइनों का मिलन पटना जंक्शन मेट्रो स्टेशन पर होगा, जिससे यात्री दोनों रूटों के बीच आसानी से ट्रांसफर कर सकेंगे।
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट की कुल लागत लगभग 14 हजार करोड़ रुपये है। इस परियोजना का खर्च राज्य और केंद्र सरकार मिलकर 20-20 प्रतिशत वहन कर रहे हैं, जबकि शेष राशि लंबे समय की अवधि के कर्ज के रूप में जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) से प्राप्त हुई है। इस कर्ज के कारण परियोजना को विश्व स्तरीय तकनीक और वित्तीय सहायता मिली है, जिससे मेट्रो सेवा के संचालन की संभावनाएं और अधिक मजबूत हुई हैं।