Navi Mumbai Airport : प्रधानमंत्री मोदी ने किया नवी मुंबई एयरपोर्ट का उद्घाटन , जानें कब और कहां के लिए शुरू होंगी फ्लाइट? Bihar Crime News: आदर्श आचार संहिता लागू होते ही एक्शन में बिहार पुलिस, दियारा इलाके में अवैध हथियार फैक्ट्री का किया खुलासा Bihar Crime News: आदर्श आचार संहिता लागू होते ही एक्शन में बिहार पुलिस, दियारा इलाके में अवैध हथियार फैक्ट्री का किया खुलासा Bigg Boss 19: बिग बॉस 19 में मालती चाहर की वाइल्ड कार्ड एंट्री से मचा धमाल, घर में बदल गए रिश्तों के समीकरण Life Style: किन कारणों से होती है खांसी? वजह जान लीजिएगा तो नहीं पड़ेगी दवाइयों की जरुरत Patna News: पटना में चुनाव से पहले गाड़ी से लाखों रुपए बरामद, वाहन चेकिंग के दौरान मिली सफलता Patna News: पटना में चुनाव से पहले गाड़ी से लाखों रुपए बरामद, वाहन चेकिंग के दौरान मिली सफलता Road Accident In Bihar: पटना में दर्दनाक सड़क हादसे में दो की मौत, दो घायल Rohit Sharma Statement: गिल के वनडे कप्तान बनने पर पहली बार बोले रोहित,गौतम गंभीर और अगरकर को लेकर भी किया खुलासा Bihar Crime News: पटना के प्रेमी जोड़े की यूपी में बेरहमी से हत्या, युवती के भाई पर हत्या का आरोप
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 11 Jul 2025 02:29:17 PM IST
बैठक में भारी हंगामा - फ़ोटो SOCIAL MEDIA
PATNA: पटना नगर निगम के पार्षदों की आज बुलाई गई। बैठक में शोर-शराबा और हंगामे ने पूरी बैठक का माहौल खराब कर दिया। शुक्रवार को आयोजित इस बैठक में पार्षदों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि वे आपस में भिड़ गए और बात हाथापाई तक पहुंच गई। इस दौरान कई पार्षदों के कुर्ते फट गए,जिससे साफ पता चलता है कि मामला कितना गंभीर था।
हंगामे की वजह से मौके पर अफरा-तफरी मच गई और बैठक पूरी तरह से बाधित हो गई। इस पूरे विवाद के बीच नगर निगम की मेयर सीता साहू भी मौजूद थीं, उन्होंने पार्षदों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन वो कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। मिली जानकारी के अनुसार,इस बैठक में पार्षदों के बीच कई मुद्दों को लेकर मतभेद था। जिनमें नगर निगम के बजट आवंटन,विकास कार्यों की धीमी प्रगति और संसाधनों के वितरण को लेकर तीखी बहस हुई। यह बहस इतनी बढ़ गयी कि कुछ पार्षद एक-दूसरे को कोसने लगे। जिसके बाद स्थिति हाथ से निकल गई।
मौके पर मौजूद कर्मचारी और अन्य अधिकारी विवाद को शांत कराने का प्रयास करते रहे,लेकिन विवाद इतना बढ़ गया कि अंततः बैठक को स्थगित करना पड़ गया। पार्षदों के इस कृत्य ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। नगर निगम प्रशासन ने फिलहाल इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है,लेकिन संभावना जताई जा रही है कि मामले की जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
दरअसल नगर निगम की बैठक में मेयर, उप मेयर, तमाम पार्षद और निगम आयुक्त मौजूद थे। बैठक में जब मेयर ने एजेंडा पास किया तो नगर निगम के आयुक्त विरोध करने लगे। अपने अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक का बहिष्कार कर दिया। निगम आयुक्त् ने कहा नियम के विरोध मे निजी एजेंसी को फायदा देने के लिए एजेंडा पास किया है। जिसके बाद मेयर गुट के पार्षदों और विरोधी गुट के बीच जमकर गाली-गौलौज और यहां तक कि हाथापाई भी हुई। स्थायी समिति के सदस्य संजीत कुमार ने बताया की निगम आयुक्त तानाशाह की तरह काम कर रहे हैं। जब सर्व सम्मति से निगम और स्थायी समिति से एजेंडा पास हो गया तो फिर निगम आयुक्त कैसे इसका विरोध कर सकते हैं? बहिष्कार के बाद सभी एजेंडों को पास कर दिया गया। वही पार्षदों ने इस दौरान नगर निगम आयुक्त के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया और हंगामा मचाया।