1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 16 Dec 2025 09:05:51 AM IST
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Bihar News: पथ निर्माण विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने सोमवार को शहर में निर्माणाधीन चार महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं के कार्यस्थलों का निरीक्षण किया। ये सभी परियोजनाएं मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान घोषित की गई थीं और इनका उद्देश्य राजधानी में वैकल्पिक यातायात कॉरिडोर विकसित कर मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक दबाव को कम करना है।
निरीक्षण के दौरान सचिव ने खगौल–नेहरू पथ से अशोक राजपथ को जोड़ने वाली रूपसपुर नहर पथ परियोजना, रूपसपुर से सगुना मोड़ तक बॉक्स ड्रेन सह सड़क निर्माण, गोला रोड, और नेहरू पथ को दोनों ओर से पाटली पथ से जोड़ने वाली परियोजना की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से कार्य की वर्तमान स्थिति, निर्माण गुणवत्ता और समय सीमा के बारे में जानकारी ली। सचिव ने कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से शहर को नए वैकल्पिक मार्ग मिलेंगे, जिससे मुख्य सड़कों पर यातायात का भार घटेगा और आम लोगों को जाम से राहत मिलेगी। विशेष रूप से नेहरू पथ और पाटली पथ के बीच कनेक्टिविटी से पश्चिमी और दक्षिणी इलाकों के यातायात में उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है।
पथ निर्माण विभाग के अधीन बीएसआरडीसीएल द्वारा नेहरू पथ को दोनों तरफ से पाटली पथ से जोड़ने का कार्य लगभग 143.86 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। सचिव ने अभियंताओं को निर्देश दिए कि सभी परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर तय समय सीमा में पूरा किया जाए, और गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता न किया जाए। उन्होंने आरसीसी स्ट्रक्चर के निर्माण में विशेष सावधानी, मानकों के अनुसार सामग्री के उपयोग, और मजबूत संरचना सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
सचिव पंकज कुमार पाल ने आगे कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल ट्रैफिक की समस्या कम होगी, बल्कि राजधानी के विकास और नागरिक सुविधाओं में सुधार भी होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों और पर्यावरणीय नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही सचिव ने यह भी कहा कि जनता के लिए कार्यस्थलों के पास यातायात की वैकल्पिक व्यवस्था और सुरक्षा संकेतों का प्रबंध किया जाए, ताकि निर्माण के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इन परियोजनाओं के पूरा होने से पटना शहर के मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक जाम में कमी, यातायात की बेहतर गति, और पश्चिमी-दक्षिणी इलाकों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी, जिससे शहरवासियों को सुगम और सुरक्षित यातायात का लाभ मिलेगा।