Four-Lane Highway: पटना-सासाराम फोरलेन निर्माण रुका, ओमान कंपनी का टेंडर क्यों रद्द?

Four-Lane Highway: पटना-सासाराम फोरलेन सड़क के निर्माण में फिलहाल एक बड़ा पेच फंस गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने ओमान की गल्फर इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया टेंडर रद्द कर दिया है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 26 Nov 2025 08:18:14 AM IST

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Four-Lane Highway: पटना-सासाराम फोरलेन सड़क के निर्माण में फिलहाल एक बड़ा पेच फंस गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने ओमान की गल्फर इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया टेंडर रद्द कर दिया है। कंपनी ने दोबारा निविदा जारी करने के लिए आवेदन किया है, लेकिन ओमान के गृह मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र न मिलने के कारण ठेका रद्द करना पड़ा।


गल्फर इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी ने NHAI को पत्र लिखकर कहा है कि उसे दस दिनों के भीतर आवश्यक मंजूरी प्राप्त हो जाएगी। NHAI के अधिकारियों के अनुसार, यदि ओमान की तरफ से दस दिनों में क्लीयरेंस नहीं मिलता है, तो परियोजना के लिए नई निविदा जारी की जाएगी।


पटना-सासाराम फोरलेन एक्सेस-कंट्रोल्ड हाईवे का निर्माण 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन मौजूदा पेच के कारण समय पर परियोजना पूरा होना मुश्किल दिख रहा है। NHAI का प्रयास है कि अगले महीने तक टेंडर प्रक्रिया पूरी कर दी जाए और काम शुरू हो सके।


इस परियोजना में कुल 3,712.40 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सड़क की लंबाई 120 किलोमीटर होगी और यह फोरलेन हाईवे के रूप में विकसित की जाएगी। पटना से सासाराम तक का सफर वर्तमान में चार घंटे का है, जिसे पूरा होने पर दो घंटे में किया जा सकेगा।


पूरा निर्माण दो चरणों में होगा। पहले चरण में पटना से भोजपुर तक 46 किमी सड़क बनाई जाएगी और दूसरे चरण में आरा से सासाराम तक 74 किमी लंबी सड़क का निर्माण होगा। इससे पटना-सासाराम और शाहाबाद के अन्य इलाकों तक यात्रा आसान होगी। इसके अलावा, अरवल जिले और जीटी रोड से कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे पटना से बनारस और उससे आगे आने-जाने का नया विकल्प मिलेगा।


NHAI के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि फिलहाल ओमान की कंपनी को अपने देश से काम करने की मंजूरी नहीं मिली है। कंपनी ने दोबारा आवेदन दिया है और दस दिनों में क्लीयरेंस मिलने की उम्मीद जताई है। यदि मंजूरी नहीं मिली, तो नई निविदा प्रक्रिया शुरू की जाएगी।