1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 29 Nov 2025 08:56:26 AM IST
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पटना को जाम मुक्त, सुरक्षित और व्यवस्थित शहर बनाने के लिए जिला प्रशासन अब पूरी तरह एक्शन मोड में आ गया है। प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में यातायात प्रबंधन, अतिक्रमण हटाने और पार्किंग व्यवस्था को लेकर कई कड़े निर्देश जारी किए गए। बैठक में जिला मजिस्ट्रेट, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
सड़क किनारे बने गैराज 30 नवंबर तक बंद करने का आदेश
कमिश्नर पराशर ने कहा कि पटना की सड़कों पर अव्यवस्थित ढंग से बने वाहन मरम्मत गैराज बड़ी समस्याओं का कारण बने हुए हैं। इन्हें तुरंत हटाया जाना जरूरी है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक (यातायात) को निर्देश दिया कि सड़क किनारे बने सभी पुराने वाहन और वाहन-गैरेज को 30 नवंबर तक पूरी तरह हटाया जाए। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि 1 दिसंबर के बाद सड़क के किनारे किसी भी प्रकार की मरम्मत या गैराज गतिविधि न होने पाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सड़क पर जगह-जगह खड़े छोड़े गए जर्जर वाहन न केवल जाम का कारण बनते हैं बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी खतरा पैदा करते हैं। इसलिए ऐसी सभी गाड़ियों को चिन्हित कर हटाया जाए।
पार्किंग स्थलों में बिक्री के लिए खड़े वाहनों पर भी कार्रवाई
प्रमंडलीय आयुक्त ने यह भी पाया कि शहर के कई पार्किंग स्थलों पर वाहन शो-रूम की तरह गाड़ियाँ खड़ी कर दी जाती हैं, जिनका उपयोग बिक्री के लिए किया जाता है। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी ऐसे वाहनों की पहचान कर 1 दिसंबर तक पूरी तरह हटाया जाए। इसके बाद यदि किसी पार्किंग स्पॉट पर व्यावसायिक रूप से वाहन खड़े मिले तो उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
रात में होगी वीडियोग्राफी, सभी गाड़ियों की सूची बनेगी
पटना के जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे सड़क किनारे खड़ी सभी गाड़ियों की रात में वीडियोग्राफी कर सूची तैयार करें। इसमें निजी, सरकारी और लावारिस—सभी तरह की गाड़ियाँ शामिल होंगी।कमिश्नर ने कहा कि 1 दिसंबर के बाद अवैध रूप से पार्क की गई किसी भी गाड़ी को जब्त कर लिया जाएगा, और वाहन मालिक पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जो भी नियमों का उल्लंघन करेगा, उसे दंडित किया जाएगा।
अनावश्यक सड़क कट बंद करने और जेबरा क्रॉसिंग बनाने का निर्देश
यातायात व्यवस्था को सुचारू करने के लिए प्रशासन उन सभी बिंदुओं पर ध्यान दे रहा है जो शहर में जाम की प्रमुख वजह बनते हैं। बैठक में कहा गया कि शहर में कई अनावश्यक सड़क कट हैं, जहां बार-बार जाम की स्थिति बनती है। ऐसे सभी कटों की समीक्षा कर उन्हें बंद करने की प्रक्रिया तेज की जाएगी।इसके साथ ही सभी प्रमुख चौराहों पर जेबरा क्रॉसिंग बनाए जाएंगे ताकि पैदल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। फुटपाथ को अतिक्रमण से मुक्त करने पर भी जोर दिया गया।
ऑटो और ई-रिक्शा के लिए सख्त नियमन
शहर में अनियंत्रित तरीके से चल रहे ऑटो और ई-रिक्शा भी जाम की बड़ी वजह हैं। बैठक में तय हुआ कि इनके संचालन को निर्दिष्ट नियमों और रूट-चार्ट के अनुसार नियंत्रित किया जाएगा। ऑटो व ई-रिक्शा स्टैंड निर्धारित किए जाएंगे और अनधिकृत जगहों पर खड़ी या यात्रियों को उतारने-चढ़ाने वाली गाड़ियों पर कार्रवाई की जाएगी।
चल रही परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने का निर्देश
कमिश्नर पराशर ने कहा कि पटना शहर में कई महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं चल रही हैं, जो यातायात प्रबंधन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इनमें—एस्केलेटर युक्त फुट ओवरब्रिज,अंडरपास निर्माण,सड़क चौड़ीकरण मेट्रो नेटवर्क का विस्तार और तेजी से विकास उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि इन सभी परियोजनाओं की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाए और निर्धारित समयसीमा में कार्य पूरा हो।
शहरवासियों से सहयोग की अपील
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि प्रशासन शहर को जाम मुक्त व सुरक्षित बनाने के मिशन पर है, लेकिन इसमें जन-सहयोग भी उतना ही जरूरी है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे नियमों का पालन करें, सड़क किनारे वाहन न खड़ा करें और यातायात पुलिस का सहयोग करें।