1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 17 Dec 2025 09:48:48 PM IST
एक्शन में विजिलेंस - फ़ोटो social media
PATNA: बिहार में घूसखोर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। यू कहें कि लगातार हो रही कार्रवाई के बावजूद घूस लेने वालों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। यही कारण है कि ये लोग आए दिन घूस लेते रंगेहाथ पकड़े जा रहे हैं। इनकों देखकर ऐसा लगता है कि शायद इन्होंने हम नहीं सुधरेंगे की कसम खा ली है। ताजा मामला पटना के पालीगंज अनुमंडल कार्यालय परिसर का है, जहां दुल्हिन बाजार के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को निगरानी की टीम ने 10 हजार रुपये घूस लेते दबोचा है। विजिलेंस की इस कार्रवाई से पालीगंज अनुमंडल कार्यालय परिसर में हड़कंप मच गया। भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की यह अबतक की 100 वीं गिरफ्तारी है।
विजिलेंस की टीम ने दुल्हिन बाजार प्रखंड के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अभिषेक अकेला को दस हजार रूपये घूस लेते गिरफ्तार किया है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की मुख्यालय टीम के द्वारा आज दिनांक 17.12.2025 को निगरानी थाना कांड सं0-110/25, दिनांक 13.12.2025 में प्राथमिकी अभियुक्त- श्री अभिषेक अकेला, प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिका, प्रखण्ड- दुल्हिन बाजार, जिला- पटना को 10,000/- (दस हजार) रूपये रिश्वत लेते हुए अनुमण्डल कार्यालय परिसर पालीगंज, पटना से गिरफ्तार किया गया है।
परिवादी रंजीत कुमार, पिता स्व० उमेश प्रसाद सिंह, सा० पो०- राजीपुर, थाना-रानीतालाब, जिला- पटना द्वारा निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, बिहार, पटना के कार्यालय में शिकायत दर्ज कराया गया था कि आरोपी (जो प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी हैं) के द्वारा प्रत्येक क्विंटल राशन पर 35/- रु० प्रति माह एवं प्रत्येक माह दुकान का जॉच करने के नाम पर रिश्वत की मांग की जा रही है।
ब्यूरो द्वारा प्राप्त शिकायत का सत्यापन कराया गया एवं सत्यापन के क्रम में आरोपी द्वारा रिश्वत मांगे जाने का प्रमाण पाया गया। प्रथम द्रष्टया आरोप सही पाये जाने के पश्चात् उपरोक्त कांड अंकित कर अनुसंधानकर्ता श्री नरेन्द्र कुमार, पुलिस उपाधीक्षक, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना के नेतृत्व में एक धावादल का गठन किया गया। धावादल द्वारा कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी अभियुक्त अभिषेक अकेला, प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी, प्रखण्ड दुल्हिन बाजार, जिला- पटना को 10,000/- (दस हजार) रूपये रिश्वत लेते हुए अनुमण्डल कार्यालय परिसर पालीगंज, पटना से गिरफ्तार किया गया है।
अभियुक्त से पूछताछ के उपरांत माननीय विशेष न्यायालय, निगरानी, पटना में उपस्थापित किया जायेगा। अग्रतर अनुसंधान की कार्रवाई की जा रही है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, बिहार, पटना का वर्ष 2025 में भ्रष्टाचार के विरूद्ध यह 110 वीं प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई है। जिसमें यह ट्रैप संबंधी 90वां कांड है, जिसमें कांड दर्ज कर अभी तक कुल 100 अभियुक्तों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया जा चुका है तथा रिश्वत की कुल बरामद राशि 35,51,500/- (पैतीस लाख इक्यावन हजार पॉच सौ) रूपये है।
