1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 10 Jul 2025 11:33:24 AM IST
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Bihar News: बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले सियासी माहौल गर्म है। चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए विशेष गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान (SIR) के खिलाफ विपक्षी महागठबंधन ने बुधवार को बिहार बंद का आह्वान किया। इस दौरान पटना में विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस और आरजेडी के अन्य बड़े नेताओं ने संयुक्त रूप से एक विरोध मार्च निकाला।
हालांकि इस मार्च से जुड़ी एक तस्वीर सबसे अधिक सुर्खियों में रही. जब कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार और पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को राहुल गांधी के मंचनुमा गाड़ी पर चढ़ने से रोक दिया गया. कन्हैया कुमार और पप्पू यादव को राहुल गांधी-तेजस्वी की गाड़ी पर चढ़ने से रोके जाने का नजारा कैमरों में कैद हो गया और ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
प्रशांत किशोर बोले-कन्हैया से डरते हैं तेजस्वी
इस घटनाक्रम पर अब जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. पीके ने महागठबंधन के अंदरूनी तनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी RJD कन्हैया कुमार जैसे नेताओं से डरती है. आरजेडी को लगता है कि कन्हैया कुमार के आगे आने से तेजस्वी यादव को खतरा है. कन्हैया में तेजस्वी यादव के नेतृत्व को चुनौती देने की क्षमता है.
प्रशांत किशोर ने कहा“बिहार कांग्रेस में अगर कोई नेता प्रभावशाली है तो वो कन्हैया कुमार हैं। लेकिन आरजेडी नहीं चाहती कि कांग्रेस में ऐसे नेता सक्रिय रहें, क्योंकि इससे उसके नेता तेजस्वी यादव को चुनौती मिल सकती है।”
आरजेडी की शरण में कांग्रेस
प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बिहार में पूरी तरह राजद की शरण में है, और उसी के इशारों पर चलती है. पीके के मुताबिक अगर कन्हैया जैसे नेता कांग्रेस में प्रभावशाली बनते हैं तो महागठबंधन का सारा खेल ही उलट पुलट हो जायेगा.
बता दें कि 9 जुलाई को विपक्षी पार्टियों के बिहार बंद के दौरान कन्हैया कुमार को उस गाड़ी पर नहीं सवार होने दिया गया, जिस पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव समेत विपक्षी पार्टियों के दर्जनों छोटे-बड़े नेता थे. वहीं, पप्पू यादव को भी मंच पर चढ़ने की कोशिश के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया और धक्का देकर दूर ढ़केल दिया. ये वाकये राहुल गांधी की मौजूदगी में हुई, जिससे सवाल उठने लगे कि कांग्रेस में क्या चल रहा है.
कन्हैया की सक्रियता से RJD असहज?
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में कन्हैया कुमार को बिहार में कांग्रेस का चेहरा बनाने की कोशिश हुई थी. कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर उन्होंने ‘नौकरी दो, पलायन रोको’ नाम से एक यात्रा भी निकाली थी. लेकिन अब जिस तरह से उन्हें राहुल गांधी के मंच पर जाने से रोक दिया गया, उससे कयास लगाए जा रहे हैं कि महागठबंधन के प्रमुख दल आरजेडी के भीतर राजनीतिक असुरक्षा की भावना आ गयी है.