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Success Story: बिहार के इस लड़के में गजब था जुनून, 10 बार फेल होने पर भी नहीं मानी हार और बन गए IAS अफसर

Success Story: बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले अवनीश शरण ने आरएचएस दलसिंहसराय से दसवीं की परीक्षा पास की थी. वह पढ़ने में अधिक तेज विद्यार्थी नही थे। लेकिन सपने को पूरा किया.

1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Tue, 25 Feb 2025 05:54:06 PM IST

IAS Awanish sharan success story

- फ़ोटो google

IAS Awanish sharan success story: असफलता से निराश हुए बिना, कड़ी मेहनत और लगन से इन्सान कुछ भी हासिल कर सकता है। 10वीं कक्षा में मात्र 44% नंबर आने और 10 बार से अधिक PCS प्री में फेल होने के बावजूद हर नहीं मानी, और आखिरकार IAS अधिकारी बन गए।


upsc परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षा में से एक मानी जाती है। जिसे पास करना बहुत ही मुस्किल है, फिर भी हर साल लाखों कि संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा में शमिल होते है जिसमें बहुत कम लोग ही अपने सपनों को साकार कर पातें है, जिसमें कई प्रेरणा देने वाली कहानी में से एक है अवनीश शरण की आईएस बनाने की कहानी, जिसने अपने जीवन में कई बार असफलता का सामना किया, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी और अपने सपनों को साकार कर दिखाया। जिसकी सफलता की कहानी पुरे भारत के युवाओं और विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। 


बिहार के समस्तीपुर जिलें के रहने वाले आईएएस अवनीश शरण ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई सरकारी स्कूल से पूरा की। वह समस्तीपुर के आरएचएस दल सिंह सराय से दसवीं की परीक्षा पास की थी। वह पढ़ने में अधिक तेज विद्यार्थी नही थे। उनकी पढ़ाई औसत थी। उन्होंने 10वीं कक्षा में सिर्फ 44.7 फीसदी मार्क्स हासिल किए। बाद में उन्होंने अधिक मेहनत किया और थोड़ा बेहतर प्रदर्शन करते हुए 12वीं कक्षा में 65 फीसदी मार्क्स हाशिल किया। अवनीश ने ग्रेजुएशन में 60 प्रतिशत अंक हाशिल किया। उसके बाद उन्होंने भारत की सबसे कठिन परीक्षा यानि upsc परीक्षा में बैठने का फैसला किया। उसके साथ ही उन्होंने आईएस अधिकारी बनने का सपना देखा और पढ़ाई में औसत होने के बावजूद अपना आईएस बनाने का सपना साकार किए। 


आपको बता दें कि आईएस अवनीश शरण 2009 बैच अधिकारी है। शरण ने पीएससी सीएसई के अपने पहले अटेम्प्ट में इंटरव्यू राउंड में पहुचें, लेकिन वह इंटरव्यू में असफलता का सामना करना पड़ा। उसके बाद भी शरण को कई बार असफलता का सामना करना पड़ा और उनका सपना पूरा होते-होते रह गया। लेकिन उन्होंने बिना हार मानें कोशिश करते रहें और अपने कोशिशों को जरी रखा। शरण के कई अटेम्प्ट देने के बाद उन्होंने ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) 77 हासिल की और 2009 में आईएएस में प्रवेश किया। वर्तमान में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में तैनात हैं।


कई ऐसे आईपीएस और आईएस अधिकारी है जो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर मोटीवेट करते हैं, बिहार के रहने वाले और छात्तीसगढ़ कैडर के आईएस अवनीश शरण ने हाल ही में अपना इंटरव्यू कॉल लेटर ट्विटर (x) पर पोस्ट किया। उनके पोस्ट के बाद यूजर्स की कमेंट आना शुरू हुआ जिसमें एक यूजर्स ने लिखा कि “सर आपसे काफी मोटिवेशन मिलती है, बस थोड़ा गाइडेंस चाहिए सर।” वहीं एक और यूजर्स ने लिखा कि, “हमें भी यह अवसर मुकमल हो।” ऐसे ही तमाम यूजर्स ने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है।


IAS अवनीश शरण की कहानी सिखाती है कि अपने सपनों को पूरा करने के लिया कड़ी मेहनत, लगन और पूरी निष्ठा के साथ मेहनत करें। भलें ही कम नंबर क्यों न हो लेकिन वह आपके सपनों को पूरा करने में बाधित नहीं हो सकता है। जैसे अवानिश शरण की 10वीं में कम नंबर आने और कई बार असफल होने के बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और आईएएस अधिकारी बनकर दिखाया।