1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 14 Jul 2025 09:17:41 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Vande Bharat: 13 जुलाई को गोरखपुर से पाटलिपुत्र जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 26502) पर मेहसी-मोतीपुर के बीच महम्मदपुर बलमी गांव के पास पत्थरबाजी की घटना हुई है। इस हादसे में कोच C-6 की सीट नंबर 1 और 2 की खिड़की का शीशा टूट गया है, जिससे यात्रियों में कुछ देर के लिए दहशत फैल गई। हालांकि, किसी भी यात्री को चोट नहीं आई। टूटे शीशे को मुजफ्फरपुर स्टेशन पर ठीक किया गया है। रेलवे सुरक्षा बल के बापूधाम मोतिहारी इंस्पेक्टर भरत कुमार ने इस घटना की पुष्टि की है।
सीसीटीवी फुटेज में करीब 10 साल के कुछ बच्चे पत्थर फेंकते दिखे हैं, लेकिन उनकी पहचान और उम्र का सत्यापन जारी है। आरपीएफ ने मामला दर्ज कर लिया है और कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। इस घटना से पहले 30 जून को भी मोतीपुर आउटर सिग्नल के पास इसी रूट पर पत्थरबाजी हुई थी, जिसमें दो किशोरों को गिरफ्तार किया गया था। उस समय भी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच की गई थी और आरपीएफ की एक टीम गोरखपुर भेजी गई थी।
पत्थरबाजी की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए आरपीएफ ने मोतीपुर और महम्मदपुर बलमी गांव में जागरूकता अभियान भी चलाया, जिसमें ग्रामीणों को रेलवे संपत्ति की सुरक्षा और पत्थरबाजी के खतरों के बारे में बताया गया था। वंदे भारत ट्रेनों में KAVACH सिस्टम और हाई-रिजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जो ऐसी घटनाओं को रिकॉर्ड करने में मदद करते हैं। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे ऐसी घटनाओं की तुरंत सूचना दें ताकि त्वरित कार्रवाई हो सके।
बिहार और उत्तर प्रदेश में वंदे भारत ट्रेनों पर पत्थरबाजी की घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं। अप्रैल में भागलपुर-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन पर भी पत्थरबाजी हुई थी, जिसमें कोच C-2 की खिड़की क्षतिग्रस्त हुई थी। जून में गोरखपुर-प्रयागराज वंदे भारत पर रायबरेली के पास पत्थरबाजी में एक बच्चे को मामूली चोट लगी थी। रेलवे ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए ट्रेनों में अतिरिक्त सीसीटीवी और निगरानी बढ़ा दी है और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर अब संदिग्धों की तलाश की जा रही है।