ब्रेकिंग न्यूज़

बेतिया में तेज़ रफ्तार ट्रक ने 50 वर्षीय महिला को कुचला, मौके पर ही दर्दनाक मौत सहरसा में 25 हजार का इनामी अपराधी अजय दास गिरफ्तार, हथियार तस्करी में था वांछित TCH EduServe में शिक्षक भर्ती 4.0, CTET, STET, SSC और बैंकिंग के लिए नया बैच शुरू, मिलेगी मुफ्त टेस्ट सीरीज और विशेष छूट लग्ज़री लाइफ की चाह में मां बनी हैवान: बेटी की हत्या कर शव को बेड में छिपाया, फिर प्रेमी के साथ की अय्याशी Bihar Crime News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, पांच बच्चों की मां बॉयफ्रेंड संग फरार; बेटी के गहने भी ले गई साथ Bihar Crime News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, पांच बच्चों की मां बॉयफ्रेंड संग फरार; बेटी के गहने भी ले गई साथ विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सख्ती: भू-माफिया और तस्करों पर कसेगा शिकंजा Bihar Crime News: बिहार में रेलकर्मी की चाकू मारकर हत्या, रेलवे ट्रैक पर शव मिलने से सनसनी Bihar Politics: बिहार से युवाओं का पलायन कब रुकेगा? दौरे से पहले पीएम मोदी से प्रशांत किशोर का तीखा सवाल Bihar Politics: बिहार से युवाओं का पलायन कब रुकेगा? दौरे से पहले पीएम मोदी से प्रशांत किशोर का तीखा सवाल

विद्या विहार पूर्णिया ने रचा इतिहास: लगातार दूसरी बार बना अंडर-14 CBSE फुटबॉल चैंपियन, अंडर-17 में भी पहली बार जीता कांस्य

विद्या विहार आवासीय विद्यालय, पूर्णिया ने सीबीएसई क्लस्टर-III अंडर-14 फुटबॉल चैंपियनशिप 2025 लगातार दूसरी बार जीतकर इतिहास रचा। साथ ही अंडर-17 टीम ने भी पहली बार कांस्य पदक हासिल किया। यह उपलब्धि अनुशासन, टीम भावना और उत्कृष्ट नेतृत्व का प्रतीक है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 17 Jul 2025 05:19:31 PM IST

Bihar

जीत का जश्न - फ़ोटो SOCIAL MEDIA

PURNEA: विद्या विहार आवासीय विद्यालय, परोरा, पूर्णिया ने एक बार फिर इतिहास रचते हुए सीबीएसई क्लस्टर-III अंडर-14 फुटबॉल चैंपियनशिप 2025 का खिताब जीत लिया है। विद्यालय की यह लगातार दूसरी जीत है, जिससे उसने बिहार-झारखंड क्षेत्र के सीबीएसई विद्यालयों में अपनी शीर्ष स्थिति को फिर से प्रमाणित किया है। इसके साथ ही विद्यालय की अंडर-17 टीम ने भी प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली बार कांस्य पदक हासिल किया है।


यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 10 जुलाई से 15 जुलाई 2025 तक राधा गोविंद सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल, रामगढ़ (झारखंड) में आयोजित की गई थी। बिहार झारखंड के कुल 65-70 सीबीएसई स्कूलों ने इसमें भाग लिया। अंडर-14 बालक वर्ग में विद्या विहार ने क्वार्टर फाइनल में डीपीएस रांची को 2-1 से, सेमीफाइनल में दयावती मोदी पब्लिक स्कूल चांडिल को 1-0 से हराया। फाइनल मुकाबले में विद्यालय की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीबीआरसी बोधगया को 3-0 से पराजित कर स्वर्ण पदक जीत लिया।


वहीं अंडर-17 बालक वर्ग में विद्या विहार ने क्वार्टर फाइनल में त्रिभुवन स्कूल, पटना को 4-1 से हराया, लेकिन सेमीफाइनल में दयावती मोदी पब्लिक स्कूल चांडिल से 0-2 से हारकर कांस्य पदक प्राप्त किया। यह विद्यालय की अंडर-17 टीम का पहला पोडियम फिनिश है। इस उपलब्धि के उपलक्ष्य में 16 जुलाई को विद्यालय परिसर में भव्य विजय परेड एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। 


विजेता खिलाड़ियों का स्वागत ढोल-नगाड़ों, तिलक, फूलों की वर्षा और पारंपरिक भांगड़ा के साथ किया गया। विजेता टीम चमचमाती सफेद महिंद्रा एक्सयूवी 700 गाड़ी में दोनों ट्रॉफी के साथ विद्यालय के मुख्य द्वार से सभागार तक परेड करती हुई पहुँची। मार्ग में एनसीसी कैडेट्स, स्काउट-गाइड्स और छात्र-छात्राओं ने पंक्तिबद्ध होकर पुष्पवर्षा की और जोशपूर्ण स्वागत किया।


सभागार में आयोजित समारोह में प्रधानाचार्य निखिल रंजन ने विजेता खिलाड़ियों और सभी 9 कोचों का पुष्पगुच्छ और माला पहनाकर सम्मान किया। सभी खिलाड़ियों को कैडबरी सेलिब्रेशन भी प्रदान की गई। मंच संचालन उप-प्रधानाचार्य गोपाल झा ने किया। कार्यक्रम का समापन सामूहिक चित्र और जलपान के साथ हुआ।


अपने संबोधन में प्रधानाचार्य निखिल रंजन ने कहा कि यह केवल एक खेल प्रतियोगिता की जीत नहीं, बल्कि टीम भावना, अनुशासन और हमारी उत्कृष्टता की संस्कृति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि लगातार दो वर्षों तक अंडर-14 में स्वर्ण और पहली बार अंडर-17 में पदक मिलना विद्यालय के समर्पण और दूरदर्शिता का परिणाम है।


विद्यालय के माननीय सचिव श्री राजेश चंद्र मिश्र ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर विद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा कि यह जीत पूरे बिहार-झारखंड क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। उन्होंने इसे परिश्रम, अनुशासन और नेतृत्व का प्रतीक बताया। विद्यालय निदेशक रंजित कुमार पॉल ने खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि इस सफलता ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि विद्या विहार आवासीय विद्यालय शिक्षा, अनुशासन और खेलों के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है। इस दोहरी उपलब्धि के साथ विद्या विहार आवासीय विद्यालय ने न केवल अकादमिक क्षेत्र में, बल्कि खेल जगत में भी बिहार-झारखंड क्षेत्र के अग्रणी सीबीएसई संस्थान के रूप में अपनी पहचान को और सुदृढ़ किया है।