Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में दिखा प्रचार का अनोखा अंदाज, प्रत्याशी ने गले से पैर तक खुद को जंजीर से जकड़ा Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में दिखा प्रचार का अनोखा अंदाज, प्रत्याशी ने गले से पैर तक खुद को जंजीर से जकड़ा IRCTC Website App Down: छठ पूजा में ठप हुए IRCTC की वेबसाइट और एप, यात्रियों को टिकट बुकिंग में हो रही दिक्कत IRCTC Website App Down: छठ पूजा में ठप हुए IRCTC की वेबसाइट और एप, यात्रियों को टिकट बुकिंग में हो रही दिक्कत Bihar News: बिहार के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की गुंडागर्दी, मरीज के शव को बंधक बनाया; परिजनों के साथ की मारपीट Bihar News: बिहार के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की गुंडागर्दी, मरीज के शव को बंधक बनाया; परिजनों के साथ की मारपीट Bihar Election 2025: चेतन आनंद की जीत के लिए आनंद मोहन ने तेज किया जनसंपर्क, पूर्व विधायक के इस्तीफे पर क्या बोले? Bihar Election 2025: चेतन आनंद की जीत के लिए आनंद मोहन ने तेज किया जनसंपर्क, पूर्व विधायक के इस्तीफे पर क्या बोले? Bihar Co Action: यह CO निजी मकान में समानांतर दफ्तर चला रहे थे...तब SDO ने की थी छापेमारी, DM की रिपोर्ट पर हुए डिमोट Bihar News: नायक नहीं खलनायक हैं वो....! सवाल सुनते ही अचानक फिल्मी गाना क्यों गाने लगे BJP अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ?
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 09 Jul 2025 10:23:50 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Bihar News: बिहार के समस्तीपुर जिले में मंगलवार की देर शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ है। जिसमें शौचालय की टंकी साफ करने के दौरान एक ही परिवार के तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। यह घटना लरझाघाट थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई, जहां भानू साह के बेटे राम उमेश साह (42), उनके भाई दया राम साह और दया राम का 15 वर्षीय बेटा राधेश्याम कुमार टंकी में उतरते वक्त बेहोश हो गए। रिसाव रोकने के लिए सफाई के दौरान ऑक्सीजन की कमी से तीनों की जान चली गई, जिसने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है। शवों को निकालने के लिए जेसीबी से टंकी की दीवार तोड़नी पड़ी।
यह हादसा तब हुआ जब राम उमेश साह टंकी में उतरे और बाहर नहीं लौटे। इसके बाद दया राम उन्हें बचाने के लिए नीचे गए, लेकिन वे भी बेहोश हो गए। फिर राधेश्याम ने अपने पिता को बचाने की कोशिश की पर तीनों ही जहरीली गैसों के कारण अचेत हो गए। शोर सुनकर ग्रामीणों ने जेसीबी मंगवाकर टंकी की दीवार तोड़ी और रस्सियों से शवों को बाहर निकाला। घायलों को तत्काल हसनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें गंभीर हालत में बेगूसराय रेफर किया गया। लेकिन रास्ते में ही तीनों की मौत हो गई।
परिजनों और ग्रामीणों ने हसनपुर सीएचसी पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है, "हमने तीनों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां ऑक्सीजन तक उपलब्ध नहीं थी। डॉक्टरों ने गंभीरता नहीं दिखाई। समय पर इलाज मिला होता तो शायद उनकी जान बच सकती थी।" वहीं, अस्पताल प्रशासन का दावा है कि मरीजों की हालत पहले से ही नाजुक थी और उन्हें बचाना संभव नहीं था।