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Bihar News: बिहार में स्कूली बच्चों के लिए लगेगा समर कैंप, गर्मी की छुट्टी में मैथ्स पढ़ेंगे इस क्लास के स्टूडेंट्स

Bihar News: बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और छात्रों की गणितीय दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने एक अहम फैसला लिया है. गर्मी की छुट्टियों में पहली बार सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 5 और 6 के छात्रों के लिए विशेष समर कैंप का

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 11 May 2025 04:00:45 PM IST

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Bihar News: बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और छात्रों की गणितीय दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। गर्मी की छुट्टियों में पहली बार सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 5 और 6 के कमजोर छात्रों के लिए विशेष गणितीय समर कैंप का आयोजन किया जाएगा। यह कैंप 20 मई से 20 जून 2025 तक चलाया जाएगा।


शैक्षणिक सत्र 2025-26 में प्रारंभिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं में गणितीय कौशल का विकास इस कैंप का प्रमुख उद्देश्य होगा। प्रथम संस्था के सहयोग से संचालित होने वाले इस शिविर में केवल उन्हीं छात्रों को शामिल किया जाएगा जो सरल गणितीय संक्रियाओं में कमजोर पाए गए हैं। कैंप को गांव और टोला स्तर पर पूरी तरह सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से आयोजित किया जाएगा।


प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) और समग्र शिक्षा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) को निर्देश जारी किए हैं कि समर कैंप के सफल संचालन के लिए पर्याप्त संख्या में स्वयंसेवकों की नियुक्ति और प्रशिक्षण सुनिश्चित करें। इसके लिए विभिन्न स्रोतों से स्वयंसेवकों को जोड़ा जाएगा, जिनमें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) के प्रशिक्षु, बिहार कौशल विकास मिशन के 'कुशल युवा' कार्यक्रम के छात्र-छात्राएं, एनसीसी कैडेट्स, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थी, जीविका दीदी के माध्यम से प्रेरित युवक-युवतियां, नेहरू युवा केंद्र के सदस्य, प्रथम संस्था और अन्य स्वयंसेवी संगठन शामिल हैं। 


इन्हें ASER टूल्स के माध्यम से कमजोर छात्रों की पहचान और गणित सिखाने के तरीकों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक स्वयंसेवक प्रतिदिन एक से डेढ़ घंटे गांव या टोले में जाकर बच्चों को गणित पढ़ाएगा। प्रत्येक कैंप में 10 से 15 छात्र-छात्राएं शामिल किए जाएंगे। कैंप में पढ़ाई का तरीका पारंपरिक पद्धतियों से हटकर होगा। बच्चों को आसपास की वस्तुओं और रोजमर्रा के अनुभवों के माध्यम से गणित सिखाया जाएगा। इससे न केवल उनका डर दूर होगा, बल्कि वे विषय में रुचि भी लेने लगेंगे।


प्रत्येक स्कूल के प्रधान शिक्षक और कक्षा शिक्षक को यह निर्देश दिया गया है कि वे अगले 5 दिनों में अपने स्कूल के छात्रों के छमाही और वार्षिक परीक्षा परिणाम की समीक्षा करें और कमजोर छात्रों की सूची तैयार कर संबंधित अधिकारियों को सौंपें। इसी आधार पर कैंप स्थल का चयन किया जाएगा ताकि यह बच्चों के लिए सुलभ हो। इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए 15 मई 2025 को सभी प्रारंभिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की एक जिला स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी। 


वहीं, इस बैठक में समर कैंप के संचालन से संबंधित रूपरेखा, स्वयंसेवकों की नियुक्ति, प्रशिक्षण कार्यक्रम और मॉनिटरिंग प्रणाली पर चर्चा की जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह ने जानकारी दी कि समर कैंप को लेकर सभी आवश्यक तैयारी की जा रही है। बच्चों को उनकी क्षमता के अनुसार गणित सिखाया जाएगा ताकि वे आत्मविश्वास के साथ नए सत्र की शुरुआत कर सकें।