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1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Mon, 04 Aug 2025 07:50:38 PM IST
- फ़ोटो reporter
Patna News: पर्यावरणीय चेतना और मित्रता की भावना को एक साथ जोड़ते हुए, इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (आईएसएम), पटना के छात्रों ने सोमवार को 'वृक्ष बंधन' को फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाया। यह कार्यक्रम अकादमिक हेड, डॉ. श्वेता रानी एवं एडमिन नीरू कुमारी झा के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर संस्थान की इको क्लब, ग्रीनिज्म, एवं सांस्कृतिक समिति के तत्वावधान में तरूमित्र आश्रम, पटना का विशेष दौरा आयोजित किया गया।
इस पर्यावरण-प्रेरित कार्यक्रम में बीसीए प्रथम सत्र के 80 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और जैविक तथा स्वयं-निर्मित राखियों को पेड़ों के तनों पर बांधकर प्रकृति की रक्षा और सम्मान का संकल्प लिया। यह प्रतीकात्मक कदम मानव और प्रकृति के गहरे संबंध की याद दिलाने वाला था, जिसमें छात्रों ने वृक्षों को अपने सच्चे मित्र के रूप में अपनाया।
इस पहल का समन्वय आईएसएम पटना की अकादमिक हेड, डॉ. श्वेता रानी एवं जनसंचार विभाग की सहायक प्राध्यापिका, स्वाति सवर्ण ने किया। छात्रों को कार्यक्रम से एक दिन पूर्व ही निर्देश दिया गया था कि वे केवल प्राकृतिक और पर्यावरण-अनुकूल सामग्री जैसे जूट, खादी, सूखे फूल, लकड़ी के मनके, हल्दी, कुमकुम और नील जैसे जैविक रंगों का उपयोग कर रक्षाबंधन की राखियां स्वयं तैयार करें। कई छात्रों ने इस अवसर पर स्थायित्व और पर्यावरणीय मित्रता जैसे विषयों पर पोस्टर भी बनाए।
कार्यक्रम की गरिमा तरूमित्र आश्रम के संस्थापक, फादर रॉबर्ट अतिकल, एस.जे. तथा समन्वयक, देवप्रिया दत्ता की उपस्थिति से और बढ़ गई। दोनों ने छात्रों के साथ एक विचारशील सत्र में भाग लिया, जिसमें पारिस्थितिक संतुलन और सतत जीवनशैली पर चर्चा हुई।
डॉ. श्वेता रानी ने अपने संबोधन में कहा, “वृक्ष बंधन केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि प्रकृति से हमारे पवित्र संबंध की पुनर्पुष्टि है। भविष्य के नेतृत्वकर्ता होने के नाते, हमारे छात्रों को हर क्षेत्र में पर्यावरणीय जिम्मेदारी की भावना विकसित करनी चाहिए। मैं उनकी प्रतिबद्धता और रचनात्मकता पर गर्व महसूस करती हूं।”
यह पहल न केवल पर्यावरण-जागरूकता को बढ़ावा देने वाली रही, बल्कि इसमें सहानुभूति, समुदाय और सतत विकास जैसे मूल्यों का भी समावेश हुआ जो आईएसएम पटना की समग्र एवं मूल्य-आधारित शिक्षा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।


