वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 18 Mar 2025 03:39:05 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर - फ़ोटो Google
Bihar Vidhansabha Elections 2025: चुनाव सुधारों को बेहतर बनाने के लिए काम करने वाले संगठन Association for Democratic Reforms (ADR) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत के कुल 4,092 विधायकों में से करीब आधे विधायकों ने अपने चुनावी हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है।
ADR ने देशभर के 28 राज्यों और तीन केंद्रशासित प्रदेशों के 4,123 विधायकों का विश्लेषण किया, जिनमें से 4,092 विधायकों के हलफनामे का अध्ययन किया गया। 24 विधायकों के हलफनामे पढ़ने योग्य न होने के कारण उनका विश्लेषण नहीं हो सका।
कितने विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं?
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, 1,861 विधायकों ने अपने विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है, जिनमें से 1,205 विधायक गंभीर मामलों में शामिल हैं, जैसे हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं ।जो हमारे राज्य और देश के लिए बेहद हानिकारक है। ऐसे लोग यदि विधानसभा में बैठेंगे, तो हम उनसे बेहतरी और विकास की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
बिहार के 66% विधायकों पर आपराधिक मामले
बिहार के 243 में से करीब 160 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 123 विधायकों के खिलाफ संगीन अपराधों के आरोप हैं। 19 विधायकों पर IPC धारा 302 (हत्या) के तहत मामले दर्ज हैं। 31 विधायकों पर IPC धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामले दर्ज हैं।
बिहार में किस पार्टी के कितने विधायकों पर आपराधिक मामले?
बिहार में फिलहाल सबसे बड़ी पार्टी राजद (RJD) है, जबकि नीतीश कुमार की जदयू (JDU) सबसे छोटी पार्टी है। हालांकि, जदयू सत्ता में है और राजद विपक्ष की भूमिका निभा रही है। अगर हम आपराधिक मामले की बात करें तो राजद (RJD) पार्टी की कुल 74 में से 54 विधायक यानि (73%)विधायकों पर मामले दर्ज हैं ,वहीं भाजपा (BJP) के कुल 73 में से 47 विधायक यानि (64%)आपराधिक मामले का सामना कर रहें हैं ,जबकि जदयू (JDU) के कुल 43 विधायकों में से 20 विधायक यानि (46%) वहीं कांग्रेस (INC) पार्टी की बात करें तो 19 में से 18 विधायक (94%) विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं |
सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले विधायक किस राज्य में?
देश भर में आंध्र प्रदेश इस सूची में सबसे ऊपर है। यहां 138 विधायकों में से 79% ने अपने खिलाफ चुनावी हलफनामें में आपराधिक मामलों की जानकारी दी है।
पार्टीवार माननीयों के आंकड़े
भाजपा (BJP) – 1,653 विधायकों में से 39% (638) पर आपराधिक मामले .इनमें से 436 विधायक गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस (INC) – 646 विधायकों में से 52% (339) पर आपराधिक मामले का सामना कर रहें हैं. इनमें से 149 (30%) गंभीर मामलों में संलिप्त हैं।
आपको बता दें कि विधायक चूंकि अपने क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं और सामाजिक कार्यों से भी जुड़े होते हैं, कई बार राजनीतिक द्वेष के कारण उन पर झूठे मामले दर्ज कराए जाते हैं। लेकिन यदि कोई मामला गंभीर अपराधों (जैसे हत्या या महिलाओं के खिलाफ अपराध) से जुड़ा है, तो इस पर विशेष विचार किया जाना चाहिए। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जनप्रतिनिधियों पर लगे गंभीर आपराधिक मामलों की स्पीडी ट्रायल हो, ताकि जनता अपने नेताओं को बेहतर तरीके से समझ सके और सही निर्णय लेकर मतदान कर सके।