1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 02 Nov 2025 10:31:10 AM IST
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Mokama murder case : बिहार की राजनीति के केंद्र बिंदु मोकामा में चुनावी सरगर्मी के बीच बड़ा उलटफेर हुआ है। जदयू उम्मीदवार और पूर्व विधायक बाहुबली अनंत सिंह को दुलारचंद यादव हत्याकांड में रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। इस गिरफ्तारी ने पूरे राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। जानकारी के अनुसार, पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने भारी पुलिस बल के साथ मोकामा स्थित अनंत सिंह के आवास पर छापेमारी कर उन्हें हिरासत में लिया। इसके अलावा, पुलिस ने अनंत सिंह के दो करीबी सहयोगियों मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम उर्फ दिमागी को भी गिरफ्तार किया है।
दुलारचंद यादव हत्याकांड से जुड़े इस एक्शन पर डीजीपी विनय कुमार ने विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप की गई है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस मुख्यालय हर स्तर पर गंभीरता से काम कर रहा है।
जांच में जुटी कई टीमें
हत्याकांड के बाद तत्काल पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू हुई। डीजीपी ने बताया कि पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अध्ययन कर, शुरुआती बयानों और घटनास्थल की स्थितियों का विश्लेषण किया। इस दौरान कई वीडियो फुटेज भी पुलिस के हाथ लगे हैं, जिनसे अहम सुराग मिले। साथ ही, सीआईडी की टीम और स्थानीय पुलिस संयुक्त रूप से मामले की जांच में जुटी हुई है।
विनय कुमार ने कहा कि फॉरेंसिक टीम भी मौके पर गई है, जिससे वैज्ञानिक तरीके से सबूत जुटाए जा रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए हर एंगल से जांच की जा रही है। यही वजह है कि जल्द ही कार्रवाई करते हुए अनंत सिंह को गिरफ्तार किया गया। आज उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा, जहां आगे की प्रक्रिया तय होगी।
चुनाव आयोग की नजर, कई अधिकारी निलंबित
डीजीपी ने स्पष्ट किया कि इस पूरे मामले पर चुनाव आयोग की कड़ी नजर है और उसने इस पर सख्ती दिखाई है। घटना के बाद प्रशासनिक स्तर पर भी कई बड़े फैसले लिए गए। मोकामा और इसके आसपास के क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था की चूक के चलते चार अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है। इनमें पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग का तबादला किया गया है। दो थानाध्यक्ष और एक डीएसपी को निलंबित किया गया है। इसके अलावा, एसडीओ और एसडीपीओ का भी ट्रांसफर कर दिया गया है। डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि यह कार्रवाई यह दिखाती है कि राज्य सरकार और चुनाव आयोग इस घटना को लेकर बेहद संवेदनशील हैं और किसी भी सूरत में चुनावी माहौल बिगड़ने नहीं दिया जाएगा।
पुलिस-प्रशासन का संयुक्त एक्शन
डीजीपी ने कहा कि पटना रेंज के आईजी, पटना कमिश्नर और वरिष्ठ अधिकारी लगातार इलाके में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने संयुक्त रिपोर्ट भी दी है। सीनियर एसपी पटना ने मोकामा में लंबे समय तक स्थिति का जायज़ा लिया। जांच का नेतृत्व डीआईजी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। ऐसे में यह स्पष्ट है कि प्रशासन और पुलिस इस मामले को लेकर बेहद सतर्क और सक्रिय हैं।
रातोंरात हुई यह कार्रवाई न सिर्फ मोकामा के सियासी समीकरणों को हिला रही है, बल्कि यह भी संकेत दे रही है कि इस बार चुनाव के दौरान कानून और व्यवस्था किसी भी हालत में ढीली नहीं पड़ी रहेगी। दुलारचंद यादव हत्याकांड में बाहुबली नेता की गिरफ्तारी से जहां एक तरफ़ सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं, वहीँ प्रशासनिक सख्ती की भी सराहना हो रही है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह घटनाक्रम चुनावी समीकरणों को किस तरह प्रभावित करता है और अदालत में अनंत सिंह की किस्मत क्या मोड़ लेती है।