1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 07 Sep 2025 10:14:12 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां तेज हो गई हैं, जहां सभी 243 सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए सख्त सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने राज्य के 90,712 बूथों पर सुरक्षा बलों की तैनाती का फैसला लिया है, ताकि चुनावी हिंसा, नक्सली गतिविधियों या किसी अप्रिय घटना से निपटा जा सके।
इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो एयर एम्बुलेंस की तैनाती की जाएगी, जो घायल मतदाताओं या सुरक्षा कर्मियों को ग्रामीण इलाकों से तुरंत बड़े अस्पतालों तक पहुंचाएंगी। एक एयर एम्बुलेंस पटना में और दूसरी चुनाव वाले किसी संवेदनशील जिले में तैनात होगी। यह व्यवस्था पिछली लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तरह ही की जा रही है, लेकिन इस बार नक्सली प्रभावित क्षेत्रों पर विशेष फोकस होगा।
चुनाव आयोग 10 सितंबर को दिल्ली में सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों (CEO) के साथ समीक्षा बैठक करेगा, जिसमें बिहार के CEO भी शामिल होंगे। इस बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों की बारीकी से जांच होगी, जिसमें मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा प्रमुख होगी। बिहार में SIR प्रक्रिया चल रही है, जो 30 सितंबर तक पूरी हो जाएगी।
मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन जल्द होने वाला है, और इसमें 11 दस्तावेजों की जरूरत होगी, जैसे जन्म प्रमाणपत्र या पासपोर्ट। चुनाव आयोग ने देशभर में SIR को एक साथ लागू करने का फैसला लिया है, ताकि मतदाता सूची की अखंडता बनी रहे। बिहार में यह प्रक्रिया जून 2025 से शुरू हुई, लेकिन विवादों के बीच सुप्रीम कोर्ट ने आधार को वैध दस्तावेज मानते हुए राहत दी। विपक्षी दलों ने इसे वोटर हटाने का हथकंडा बताया, लेकिन ECI ने इसे अस्वीकार किया।
बिहार चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2025 में दो या तीन चरणों में हो सकता है, क्योंकि विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग सितंबर में तारीखों की घोषणा करेगा। NDA (BJP-JDU-LJP) सत्ता बरकरार रखने का लक्ष्य रखे हुए है, जबकि महागठबंधन (RJD-कांग्रेस-वामपंथी) सत्ता परिवर्तन की कोशिश करेगा। जन सुराज पार्टी (प्रशांत किशोर) सभी 243 सीटों पर लड़ेगी। बैठक में मतदान केंद्रों का पुनरीक्षण, BLO ट्रेनिंग, EVM-VVPAT विवरण और सुरक्षा बलों की तैनाती पर चर्चा होगी। बिहार में 7.5 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, और SIR से लाखों नामों की जांच हुई है।
यह व्यवस्था चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित और कुशल बनाएगी। एयर एम्बुलेंस से आपात स्थिति में जान बचाई जा सकेगी, खासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में। CEO कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, पिछले चुनावों में यह सुविधा सफल रही। बिहार चुनाव 2025 महागठबंधन और NDA के बीच कांटे की टक्कर होगा, जहां बेरोजगारी, पलायन और विकास मुद्दे प्रमुख रहेंगे। उम्मीद है कि यह बैठक सभी तैयारियां अंतिम रूप देगी।