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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 12 Oct 2025 12:10:33 PM IST
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Bihar Assembly Elections : बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, राज्य प्रशासन मतदाताओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बड़े कदम उठा रहा है। इस कड़ी में सरकार ने निर्णय लिया है कि पहले चरण के मतदान वाले दिन सभी जिलों में स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। यह फैसला उन क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया को सुचारू और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से लिया गया है, जहां अधिकतर मतदान केंद्र स्कूल और कॉलेज परिसरों में बनाए गए हैं।
प्रशासन ने बताया कि मतदान के दिन संस्थानों को बंद रखने से मतदाताओं और मतदान कर्मियों के लिए किसी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं होगी। इससे शिक्षक और कर्मचारी भी इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे। मतदान की प्रक्रिया को सहज और व्यवस्थित बनाने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पहले चरण के मतदान में उत्तर और दक्षिण बिहार के कुल 17 जिलों में वोट डाले जाएंगे। इनमें पटना, दरभंगा, मधेपुरा, सहरसा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, शेखपुरा, नालंदा, बक्सर और भोजपुर जिलों के मतदाता शामिल हैं। इन जिलों की कुल 121 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों तथा कॉलेजों को मतदान के दिन बंद रखने का आदेश जारी किया है। इससे न केवल छात्रों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी, बल्कि मतदान केंद्रों पर मतदाताओं और चुनावी कर्मचारियों के लिए सुविधा भी सुनिश्चित होगी। प्रशासन का यह भी कहना है कि मतदान के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होने पाएगी और सभी नागरिक सुरक्षित रूप से अपने मत का प्रयोग कर सकेंगे।
इस बार पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। उम्मीदवार 17 अक्टूबर तक अपने नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। इसके बाद 18 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और 20 अक्टूबर तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकते हैं। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होगा, जबकि दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। इसके नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार पहले चरण के मतदान वाले विधानसभा क्षेत्रों में आलमनगर, बिहारीगंज, सिंहेश्वर, मधेपुरा, सहरसा, कुशेश्वरस्थान, दरभंगा ग्रामीण, बेनीपुर, जाले, मुजफ्फरपुर, कांटी, गोपालगंज, सीवान, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर, नालंदा, पटना साहिब, फतुहा, दानापुर, आरा और बक्सर जैसी प्रमुख सीटें शामिल हैं। इन क्षेत्रों में चुनावी गतिविधियां तेजी से चल रही हैं और सभी राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रचार-प्रसार में जुटे हैं।
पहले चरण के मतदान के लिए सुरक्षा को लेकर भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। चुनाव आयोग ने राज्यभर में करीब 8.5 लाख अधिकारी और कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी पर तैनात करने का निर्णय लिया है। इनमें 4.5 लाख मतदान कर्मी, 2.5 लाख पुलिसकर्मी, 28 हजार मतगणना कर्मचारी और 18 हजार माइक्रो ऑब्जर्वर शामिल हैं। आयोग ने कहा है कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर सुरक्षा बल तैनात रहेंगे ताकि मतदान प्रक्रिया निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो सके।
सुरक्षा के अलावा प्रशासन ने मतदाता जागरूकता और मतदान प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए कई उपाय भी किए हैं। मतदान केंद्रों तक सुगम पहुँच सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने परिवहन और यातायात व्यवस्थाओं को भी मजबूत किया है। इसके साथ ही निर्वाचन आयोग ने मतदान में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी और अनियमितताओं को रोकने के लिए विशेष निगरानी भी रखी है।
राज्य सरकार और प्रशासन का मानना है कि इस तरह के कदम से मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया में शामिल होने में आसानी होगी और लोकतंत्र की गरिमा बनी रहेगी। स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का निर्णय छात्रों और शिक्षकों के हित में भी लिया गया है, ताकि वे अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग कर सकें।
इस प्रकार, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के लिए प्रशासन ने मतदाता सुविधा, सुरक्षा और सहज चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने की पूरी तैयारी कर ली है। अब सबकी निगाहें 6 नवंबर के मतदान और उसके परिणाम पर टिकी हैं।