1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Wed, 03 Dec 2025 02:13:14 PM IST
प्रतिकात्मक - फ़ोटो File
Tatkal Ticket Booking: भारतीय रेलवे अपने टिकटिंग सिस्टम को और अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए लगातार बदलाव कर रहा है। अब रेलवे काउंटर से मिलने वाले तत्काल टिकटों के लिए OTP वेरिफिकेशन अनिवार्य करने जा रहा है। इसका मतलब यह है कि बिना OTP के तत्काल टिकट लगभग नामुमकिन हो जाएगा।
रेलवे के अनुसार, तत्काल टिकटों का सबसे बड़ा मुद्दा हमेशा उनका दुरुपयोग रहा है। फर्जी नंबरों, एजेंटों की मिलीभगत और गलत तरीके से बुकिंग की शिकायतें अक्सर सामने आती रही हैं। OTP-बेस्ड सिस्टम इस तरह के दुरुपयोग को रोकने में मदद करेगा और असली यात्रियों को ही टिकट मिलने की सुविधा सुनिश्चित करेगा। इससे टिकट बुकिंग में पारदर्शिता और भरोसा दोनों बढ़ेंगे।
रेलवे ने पहले इस मॉडल को ऑनलाइन टिकटिंग में लागू किया है। जुलाई 2025 में ऑनलाइन तत्काल टिकटों के लिए आधार-बेस्ड ऑथेंटिकेशन शुरू किया गया और अक्टूबर 2025 में सभी जनरल रिजर्वेशन के लिए ऑनलाइन OTP वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया। यात्रियों ने इन बदलावों को सहजता से अपनाया, जिससे रेलवे को टिकट प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता मिली।
17 नवंबर 2025 से रेलवे ने OTP-बेस्ड तत्काल टिकट बुकिंग का काउंटर पर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया। शुरुआत कुछ ट्रेनों से हुई और इसे अब 52 ट्रेनों तक बढ़ा दिया गया है। इस सिस्टम के अनुसार, जब कोई यात्री काउंटर पर तत्काल टिकट बुक कराता है, तो उसे बुकिंग फॉर्म में दिए गए मोबाइल नंबर पर OTP भेजा जाता है। OTP सही होने पर ही टिकट कन्फर्म होता है। यदि OTP गलत है या मोबाइल नंबर मेल नहीं खाता, तो टिकट जारी नहीं किया जाएगा।
रेलवे का लक्ष्य है कि जल्द ही यह प्रणाली पूरे देश की सभी ट्रेनों में लागू हो जाए। इसका उद्देश्य केवल तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि टिकट वितरण को अधिक न्यायसंगत, सुरक्षित और पारदर्शी बनाना है। इससे टिकटों की कालाबाजारी और गलत बुकिंग पर सख्ती से रोक लगेगी और यात्रियों को भरोसा रहेगा कि उनका टिकट सही तरीके से बुक हुआ है।
रेलवे का यह कदम टिकटिंग प्रणाली को आधुनिक और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इससे काउंटर बुकिंग में सुरक्षा बढ़ेगी, फेक आईडी और गलत मोबाइल नंबर के इस्तेमाल पर रोक लगेगी और यात्रियों में भरोसा मजबूत होगा।