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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 16 Sep 2025 03:47:18 PM IST
- फ़ोटो GOOGLE
Google Gemini Photo Trend: जब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दौर आया है, तभी से आएदिन कोई ना कोई अलग-अलग फोटो को आर्टिफिशियल तरीके से इंहैंस करना काफा ट्रेडिंग बन जा रहा है। साथ ही यह लोगों इतना प्रभावित कर रहा है कि लोगों में इसका क्रेज इतना बढ़ जा रहा है कि सभी इस आर्टिफिशियल तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं।
दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर Nano Banana टूल से बनी तस्वीरों की धूम मची हुई है। सभी लोग अपनी लूक को 3D figurine या रेट्रो-स्टाइल पोर्ट्रेट शेयर कर रहा है। सभी लोग ऐसा कर काफी प्रभावित हो रहे है और अलग-अलग प्रॉप्टर्स का उपयोग कर तरह-तरह के पोज में तस्वीरों को बता रहें और पोस्ट कर रहे है
ऐसे अब सवाल उठता है कि क्या यह मजेदार ट्रेड कितना सुरक्षित है? इसके बारे में जानकारों का कहना है कि इस तरह अपनी फोटोज को नया लुक देना भले ही चुटकियों का खेल लग सकता है और भले ही लोगों को काफी लुभा सकता है लेकिन यह पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। बता दें कि इस ट्रेंड को लेकर विशेषज्ञों ने गंभीर चिंता जताई है।
गूगल के मुताबिक, Nano Banana द्वारा जनरेट या एडिट की गई हर इमेज पर एक मेटाडेटा टैग और अदृश्य वाटरमार्क होता है, जिससे यह पता चल जाता है कि तस्वीर AI-जनरेटेड है। इसका मकसद ट्रांसपेरेंसी बनाए रखना और लोगों का भरोसा बढ़ाना है। लेकिन एक्सपर्ट्स इस बात से पूरी तरह सहमत नहीं हैं। उनका मानना है कि वाटरमार्क को आसानी से हटाया या एडिट किया जा सकता है और इस प्रकार के टैग्स को खोजने वाले टूल्स अभी व्यापक रूप से उपयोग में नहीं हैं। इसलिए यह तरीका पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं माना जा सकता।
सबसे बड़ी चिंता है प्राइवेसी की। लाखों लोग अपनी पर्सनल फोटो इस AI सिस्टम पर अपलोड कर रहे हैं, जिससे उनकी निजता खतरे में पड़ सकती है। इन तस्वीरों का डेटा किस तरह से उपयोग किया जाता है, इसे लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
हाल ही में एक आईपीएस अधिकारी ने इस विषय पर यूजर्स को सचेत किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि इंटरनेट पर चल रहे ट्रेंडिंग टॉपिक्स के चक्कर में अपनी पर्सनल जानकारी या फोटो को अनजान या अनधिकृत ऐप्स और वेबसाइटों पर शेयर न करें। ऐसा करने से स्कैम का खतरा बढ़ जाता है और आपकी निजी जानकारी अपराधियों के हाथ लग सकती है।
इसके अलावा, सुरक्षा विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि किसी भी AI आधारित फोटो ऐप या टूल का उपयोग करते समय उसकी प्राइवेसी पॉलिसी और डेटा हैंडलिंग की जानकारी जरूर पढ़ें। केवल विश्वसनीय और आधिकारिक स्रोतों से ही ऐप डाउनलोड करें और अनावश्यक फोटो अपलोड करने से बचें। यह जरूरी है कि हम इस नए ट्रेंड का आनंद तो लें, लेकिन अपनी सुरक्षा और प्राइवेसी को प्राथमिकता देना न भूलें। इस प्रक्रिया के जरिए AI लोगों के बॉडी को भी स्कैन कर रहा है।