1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 30 Jul 2025 01:37:33 PM IST
राजकुमार राव - फ़ोटो Google
Rajkumar Rao: बॉलीवुड अभिनेता राजकुमार राव 2017 में रिलीज हुई अपनी फिल्म 'बहन होगी तेरी' के एक सीन और पोस्टर से जुड़े विवाद के कारण आजकल सुर्खियों में हैं। जालंधर के एक स्थानीय शिवसेना नेता ने राव पर आरोप लगाया था कि फिल्म के एक दृश्य में राजकुमार राव को भगवान शिव के रूप में चप्पल पहने और मोटरसाइकिल चलाते हुए दिखाया गया। जिस वजह से हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा है।
इस शिकायत में फिल्म के निर्देशक अजय पन्नालाल, निर्माता अमूल विकास मोहन एवं टोनी डिसूजा और अभिनेत्री श्रुति हासन का भी नाम शामिल था। जालंधर के डिवीजन नंबर 5 पुलिस स्टेशन में 2017 में मामला दर्ज हुआ था और यह मामला अब जालंधर की अदालत में चल रहा है। इसी मामले में 28 जुलाई को शाम 4 बजे राजकुमार राव ने जज सृजन शुक्ला की अदालत में सरेंडर किया, जिसके बाद उन्हें सशर्त जमानत मिल गई। इस मामले की अगली सुनवाई 30 जुलाई मतलब आज है।
इस मामले की शुरुआत तब हुई थी जब 'बहन होगी तेरी' के प्रोमोशनल पोस्टर और फिल्म के एक सीन में राजकुमार राव को भगवान शिव के गेटअप में बाइक पर बैठा दिखाया गया था। शिकायतकर्ता ने इसे अपमानजनक बताते हुए कहा था कि इससे हिंदू समुदाय की भावनाएँ आहत हुईं हैं। कोर्ट ने शुरू में राजकुमार राव को समन जारी किया था लेकिन उनकी अनुपस्थिति के कारण फिर गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया गया।
राजकुमार ने पहले अग्रिम जमानत हासिल की थी लेकिन फिर उन्हें व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होकर जवाब देना पड़ा। उनके वकील ने कोर्ट में सफाई दी है कि उनका इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था क्योंकि यह सीन महज कहानी का एक हिस्सा था। जिसमें उनका किरदार एक जागरण मंडली में भगवान शिव का रोल निभा रहा होता है।
बताते चलें कि 'बहन होगी तेरी' एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म थी। जिसमें राजकुमार राव ने गट्टू और श्रुति हासन ने बिन्नी का किरदार निभाया था। लखनऊ की पृष्ठभूमि पर आधारित इस फिल्म में गट्टू अपने प्यार का इजहार नहीं कर पाता है क्योंकि उस मोहल्ले में सभी लड़के-लड़कियों को आपस में भाई-बहन माना जाता है। जानकारी के मुताबिक 13 करोड़ रुपये के बजट में बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर केवल 2.69 करोड़ रुपये ही कमा सकी थी और व्यावसायिक रूप से असफल रही। निर्माताओं ने 2017 में भी कहा था कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।