भारतीय सेना के जज़्बे को संजय दत्त ने किया सलाम, कहा..'हम डरने वाले नहीं, आतंक के खिलाफ एकजुट हैं'

संजय दत्त ने देश की सुरक्षा में तैनात सैनिकों की वीरता की तारीफ़ करते हुए एक्स पर लिखा कि मुझे अपनी सेनाओं पर गर्व है। वे केवल सीमाओं की रक्षा नहीं कर रहे, बल्कि हर बच्चे के सपने, हर परिवार की शांति और इस राष्ट्र की आत्मा की रक्षा कर रहे हैं।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 10 May 2025 04:33:36 PM IST

Operation Sindoor

सेना के जज्बे को सलाम - फ़ोटो google

Operation Sindoor: भारत-पाकिस्तान के बीच जारी सैन्य तनाव के बीच बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि हमारी लड़ाई देश से नहीं, आतंक से है..उन्होंने भारतीय सेना की साहस, निष्ठा और बलिदान की खुलकर सराहना की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक भावुक और प्रेरणादायक ट्वीट लिखते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश की एकजुटता और सेना के पराक्रम की झलक दिखी।


हमारे लोगों पर लगातार हो रहे हमलों को अब और सहन नहीं किया जाएगा। हम पाकिस्तान और आतंकवाद को पूरी ताकत और अडिग दृढ़ता के साथ जवाब देंगे। अपने बयान की शुरुआत में संजय दत्त ने देशवासियों पर हो रहे आतंकवादी हमलों पर नाराज़गी जताते हुए लिखा कि हमारे लोगों पर लगातार हो रहे हमलों को अब और सहन नहीं किया जाएगा। हम जवाब देंगे। न झिझक के साथ, बल्कि पूरी ताकत और अडिग दृढ़ता के साथ। 


उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की लड़ाई किसी विशेष देश या समुदाय से नहीं, बल्कि उन आतंकवादियों से है जो डर और विनाश का तंत्र फैलाते हैं। उन्होंने ऐसे आतंकियों को "डरपोक" करार देते हुए कहा कि वे अंधेरे में छिपकर हमला करते हैं, लेकिन भारत ऐसा राष्ट्र है जो हर बार टूटने की बजाय और मजबूत होकर उठता है। भारतीय सेना केवल सीमाओं की नहीं, देश की आत्मा की रक्षा कर रही है। 


संजय दत्त ने देश की सुरक्षा में तैनात सैनिकों की वीरता की तारीफ़ करते हुए एक्स पर लिखा कि मुझे अपनी सेनाओं पर गर्व है। वे केवल सीमाओं की रक्षा नहीं कर रहे, बल्कि हर बच्चे के सपने, हर परिवार की शांति और इस राष्ट्र की आत्मा की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने सेना को असली नायक" बताते हुए सलाम किया और कहा कि भारत की सेनाएं निडरता और पूर्ण समर्पण के साथ हर आतंकवादी हमले का जवाब दे रही हैं। यह सिर्फ उनकी नहीं, हमारी भी लड़ाई है। 


संजय दत्त ने इस मुद्दे को केवल सैन्य नहीं, बल्कि राष्ट्रीय ज़िम्मेदारी बताते हुए लिखा कि यह सिर्फ उनकी लड़ाई नहीं है, यह हमारी लड़ाई है। नागरिकों के रूप में हमें एकजुट रहना होगा। हम डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह संघर्ष आज खत्म नहीं हो सकता, लेकिन हमारी एकता, हमारी दृढ़ता और हमारे इरादे आतंक की ताकत से कहीं अधिक मजबूत हैं। उन्होंने यह भरोसा जताया कि देशवासी जरूरत पड़ने पर हर संभव सेवा देने को तैयार हैं।