4 जून का इंतजार : उम्मीदवारों की जीत को लेकर दो वकीलों ने लगाई 2-2 लाख रुपये की शर्त : स्टाम्प पेपर पर बनाया गया एग्रीमेंट

4 जून का इंतजार : उम्मीदवारों की जीत को लेकर दो वकीलों ने लगाई 2-2 लाख रुपये की शर्त : स्टाम्प पेपर पर बनाया गया एग्रीमेंट

DESK : देशभर में चुनावी माहौल लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। हर तरफ लोकसभा चुनाव की चर्चा हो रही है। चाय की दुकान हो या फिर सैलून, बस हो या फिर ट्रेन, सरकारी दफ्तर हो या प्राइवेट ऑफिस! ऐसे तमाम जगहों पर चुनाव की ही चर्चा हो रही है। यहां तक कि लोग दावा करने लगते हैं कि यह पार्टी जीत रही है और वह हार रही है। लोग किसी न किसी पार्टी को अपना समर्थन देते नजर आ रहे हैं। कभी-कभी इसे लेकर वाद-विवाद भी तेज हो जाती है। 


बात यहां तक पहुंच जाती है कि लोग हार-जीत को लेकर शर्त तक लगा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बदायूं में सामने आया है। जहां दो वकीलों के बीच राजनीतिक बातें ऐसी हुई कि वह अपने-अपने प्रत्याशियों के जीत का दावा करने लगे। बात इस कदर बढ़ गयी कि दोनों वकीलों के बीच दो-दो लाख रुपये की शर्त लग गयी। यह शर्त कोई मौखिक रूप से नहीं बजाप्ता दस रूपये के स्टांप पेपर पर एक एग्रीमेंट करके लगाईं गई है। 


दरअसल, बदायूं के उझानी कस्बे के गौतमपुरी इलाका निवासी दिवाकर वर्मा उर्फ टिल्लन वर्मा पेशे से वकील हैं और बीजेपी के समर्थक हैं। वहीं बरामालदेव गांव के रहने वाले सत्येंद्र पाल भी वकील हैं और वह समाजवादी पार्टी के समर्थक हैं। दिवाकर वर्मा का दावा है कि भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य ही जीतेंगे। जबकि वकील सत्येंद्र पाल समाजवादी पार्टी के समर्थक हैं और उनका दावा है कि सपा उम्मीदवार आदित्य यादव ही यहां से लोकसभा का चुनाव जीतेंगे। 


दोनों वकील साहब अपने-अपने उम्मीदवार के जीतने का दावा कर रहे हैं। इसलिए इन्होंने एग्रीमेंट तक तैयार कर लिया है कि जिनके प्रत्याशी जीतेंगे, उन्हें हारने वाले प्रत्याशी के समर्थक को दो लाख रुपये देने होंगे। वकील साहब के इस एग्रीमेंट की चर्चा कोर्ट परिसर के साथ-साथ पूरे इलाके में हो रही है। अब लोगों को 4 जून का इंतजार है। इस दिन लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आएंगे। उसी दिन यह भी साफ हो जाएगा कि दो लाख रुपये का विजेता कौन होगा? दोनों समर्थकों में किसका दावा सही साबित होता है, यह उसी दिन पता चल पाएगा। फिलहाल इस एग्रीमेंट की चर्चा इलाके में खूब हो रही है।