PATNA: ये बिहार की सियासत की बड़ी खबर है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और नीतीश कुमार के बीच जमी बर्फ पिघली है। पूरे 6 महीने बाद नीतीश कुमार की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई है. इस बीच नीतीश ने अमित शाह ही नहीं बल्कि नरेंद्र मोदी से न कोई बात की थी और ना ही मुलाकात।
अमित शाह ने लगाया नीतीश को फोन
खबर ये है कि अमित शाह ने खुद नीतीश कुमार को फोन लगाया था. 11 फरवरी को बिहार के सीएम आवास में केंद्रीय गृह मंत्री के आवास से फोन आया. मैसेज दिया गया कि गृह मंत्री नीतीश जी से बात करना चाहते हैं. उसके बाद नीतीश कुमार लाइन पर आये और फिर दोनों के बीच बातचीत हुई. नीतीश कुमार ने आज खुद ये जानकारी दी।
नीतीश कुमार ने मीडिया को बताया-दो दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री जी का फोन आया था. वे बता रहे थे कि बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को बदल कर नया राज्यपाल भेज रहे हैं. अमित शाह ने उन्हें ये भी बताया कि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को बिहार का नया राज्यपाल बना कर भेजा जा रहा है. नीतीश बोले-मैंने उनसे कहा कि जिसको मन हो उसे भेज दीजिये. नीतीश कुमार ने कहा कि फागू चौहान तो 5 साल का टर्म भी पूरा नहीं कर पाये. साढ़े तीन साल में बिहार से विदा होना पड़ा।
नरेंद्र मोदी-अमित शाह से कन्नी काट रहे थे नीतीश
बता दें कि पिछले साल 9 अगस्त को भाजपा से पलटी मार कर राजद से तालमेल करने वाले नीतीश कुमार लगातार भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से कन्नी काट रहे थे. पिछले 6 महीने में वे प्रधानमंत्री औऱ गृह मंत्री द्वारा बुलायी गयी मुख्यमंत्रियों की 4 बैठकों में शामिल नहीं हुए. तीन दफे अपने बदले डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भेज दिया. एक बार तो डीजीपी ने नीतीश कुमार के बदले प्रतिनिधित्व किया. नीतीश कुमार ने बिहार के किसी मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री या केंद्रीय गृह मंत्री से कोई बात नहीं की।
नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच पिछली बातचीत 7 अगस्त 2022 को हुई थी. पिछले साल अगस्त में जब नीतीश कुमार भाजपा से पल्ला झाड़ कर राजद के साथ जाने वाले थे तो अमित शाह ने उन्हें कॉल किया था. अमित शाह ने खुद ये जानकारी दी थी कि उन्होंने 7 अगस्त 2022 को नीतीश कुमार को कॉल करके ये पूछा था कि क्या वे पलटी मारने वाले हैं. नीतीश ने अमित शाह को ये भरोसा दिलाया था कि वे भाजपा को छोड़ कर नहीं जा रहे हैं. लेकिन दो ही दिन बाद 9 अगस्त को नीतीश कुमार ने भाजपा से पल्ला झाड़ कर राजद से तालमेल कर लिया था. उसके बाद से दोनों नेताओं में न कोई बातचीत हुई और ना मुलाकात .