ब्रेकिंग न्यूज़

शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा

आज ब्रह्नमुहूर्त में खुले भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले, कोरोना संकट का दिखा असर

1st Bihar Published by: Updated Fri, 15 May 2020 07:21:31 AM IST

आज ब्रह्नमुहूर्त में खुले भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले, कोरोना संकट का दिखा असर

- फ़ोटो

DESK : हिन्दुओं के चारधामों में से एक बद्रीनाथ धाम  के कपाट लंबे समय के बाद  शुक्रवार की सुबह ब्रह्ममुहूर्त में खोला गया. लेकिन कोरोना संकट का असर यहां भी दिखा. सिर्फ 28 लोगों की मौजूदगी में  पूरे विधि-विधान के साथ शुक्रवार 4.30 बजे मंदिर के कपाट खोले गए.

जिसके बाद आज बद्रीनाथ में विष्णु सहस्त्रनाम पाठ किया जाएगा. पहला पाठ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम की होगी. इस दौरान देश को कोरोना से मुक्ति की कामना की जाएगी. कपाट खुलने के समय मुख्य पुजारी रावल, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल, राजगुरु सहित केवल कुछ लोग ही शामिल हो सके. 

कपाट खोले जाने के दौरान भी कोरोना संकट को देखते हुए खास ख्याल रखा गया. वहां मौजूद सभी लोग मास्क के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखे. इससे पहले पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाइज किया गया. कपाट खुलने से पूर्व गर्भ गृह से माता लक्ष्मी को लक्ष्मी मंदिर में स्थापित किया गया और कुबेर जी व उद्धव जी की चल विग्रह मूर्ति को गर्भ गृह में स्थापित किया गया. बद्रीनाथ के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा का विधिवत आरंभ हो गया है.