PATNA: कंगना रनौत के हाल ही में दिए गए बयान को लेकर पटना में केस दर्ज कराया गया है। यह केस बिहार कांग्रेस की ओर से पटना के एस.के.पुरी थाने में दर्ज कराया गया है।
बिहार कांग्रेस ने इसके साथ ही पद्मश्री वापस लिए जाने की भी मांग की है। कंगना के इस बयान से पूरे देश में विवाद खड़ा हो गया है कि जिसमें कंगना ने एक निजी चैनेल के इटरव्यू में कहा था कि भारत को 1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी और जो असली आजादी मिली है वह 2014 में उस वक्त मिली जब नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई।
इससे पहले महिला कांग्रेस की ओर से राजस्थान के चार शहरों जोधपुर, जयपुर, उदयपुर और चूरू में कंगना के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था। अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने हाल ही में 'भारत को आजादी भीख में मिलने' का बयान देकर एक नया बवाल खड़ा कर दिया है।
कांग्रेस से लेकर बीजेपी तक उनके इस बयान की आलोचना कर रहे हैं। कंगना के खिलाफ आज पटना के एसके पुरी थाने में केस दर्ज किया गया है। बिहार कांग्रेस ने कंगना के खिलाफ केस दर्ज कराया है। वही बिहार कांग्रेस ने पद्मश्री अवार्ड वापस किए जाने की भी मांग की है।
बिहार कांग्रेस द्वारा पटना के एसके पुरी थाने में जो केस दर्ज किया गया है उसमें कांग्रेस ने इस बात का जिक्र किया है कि विगत दिनों देश की मशहूर एक्ट्रेस कंगना रनौत ने एक मीडिया सम्मलेन में देश को लेकर एक विवादित बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि ''सन 1947 में भारत को जो आजादी मिली थी वो महज भीख थी और देश को असल आजादी 2014 के बाद मिली है।
कांग्रेस ने कहा कि कंगना रनौत का यह बयान भारत देश की अखंडता, संप्रभुता और गौरवशाली इतिहास पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है साथ ही ऐसे बयान हमारे संविधान के नियमों के भी खिलाफ है। कांग्रेस ने कहा कि कंगना रनौत के इस बयान को लेकर न्यायालय और देश की संवैधानिक संस्थाओं से ये अपील करना चाहूंगा कि ऐसी बयानबाजी के ऊपर संज्ञान लिया जाए और बयान देने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
दरभंगा जाले के पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा, युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार, कांग्रेस कमिटी सदस्य शंकर स्वरूप पासवान, पूर्व महासचिव आसिफ गफूर, कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता राकेश कुमार, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी शाश्वत केदार पांडेय द्वारा कंगना रनौत के खिलाफ पटना के एसके पुरी थाने में केस दर्ज किया गया है।