पटना में गोल इंटरनेशनल स्कूल का भव्य शुभारंभ, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में नए युग की शुरुआत Air India Express bomb threat: एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में बम की धमकी, विमान की कराई गई इमरजेंसी लैंडिग; एयरपोर्ट पर अलर्ट Air India Express bomb threat: एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में बम की धमकी, विमान की कराई गई इमरजेंसी लैंडिग; एयरपोर्ट पर अलर्ट अरवल में DM अभिलाषा शर्मा ने मतगणना केन्द्र का किया निरीक्षण, स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था का भी लिया जायजा Bihar Crime News: अवैध हथियारों के खिलाफ बिहार STF का बड़ा एक्शन, पांच गिरफ्तार; भारी मात्रा में हथियार बरामद Bihar Crime News: अवैध हथियारों के खिलाफ बिहार STF का बड़ा एक्शन, पांच गिरफ्तार; भारी मात्रा में हथियार बरामद Bihar News: नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने जा रहा NDA, JDU महासचिव ने कर दिया बड़ा दावा Indian Economy: देश की आम जनता को बड़ी राहत, 10 साल के निचले स्तर पर पहुंचा भारत में महंगाई दर Indian Economy: देश की आम जनता को बड़ी राहत, 10 साल के निचले स्तर पर पहुंचा भारत में महंगाई दर गुजरात में बड़ा हादसा: केमिकल कंपनी का बॉयलर फटने से 3 की मौत, 24 घायल
1st Bihar Published by: Updated Tue, 29 Nov 2022 07:54:11 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : स्वास्थ्य विभाग के अब तक कई अप्लीकेशन लॉच किए जा चुके हैं, जिन्हें हम अलग-अलग प्लेटफार्म पर देखते थे। लेकिन अब ये सभी एप्स एक ही प्लेटफार्म पर मिलने वाला है। स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारियों में जुट गई है। राज्य के दो जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसकी शुरुआत कर दी जाएगी। वहीं, अन्य जिलों की बात करें तो इसे अगले वित्तीय वर्ष तक शुरू किया जाएगा।
आपको बता दें, स्वास्थ्य विभाग में अभी केंद्र और राज्य सरकार के अलग-अलग योजनाओं से जुड़े 40 मोबाइल अप्लीकेशन हैं। जिसमें 23 एप अब भी एक्टिव हैं। लेकिन लोगों को इन अप्लीकेशन को ढूंढने में इसलिए परेशानी होती है क्योंकि ये सभी एप एक-दूसरे से कनेक्टेड नहीं हैं। एक एप से दूसरे की जानकारी लेने के लिए लोगों को अलग से मोबाइल अप्लीकेशन डाउनलोड करना पड़ता है। ऐसे में मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसके अलावा विभागीय कामकाज पर भी इसका असर पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने प्लान बनाया है कि मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के बिहार स्टेट हेल्थ सिस्टम डिजिटाइजेशन (भाव्या) मोबाइल अप्लीकेशन बनाया जाए, जिसमें ये सारे एप एक दूसरे से कनेक्टेड होंगे। ऐसे में एक ही प्लेटफार्म पर मरीज का नंबर और उनकी बीमारी भी अपलोडेड होंगे। इस प्लेटफार्म पर ये भी पता चल जाएगा कि उन्होंने अपना इलाज किस हॉस्पिटल में किस डॉक्टर से कराया है। 23 मार्च के पहले इसे शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।