1st Bihar Published by: Updated Thu, 15 Dec 2022 09:51:24 PM IST
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SARAN: बिहार के सारण में अब तक 46 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गयी। घटना से गुस्सायी महिलाओं ने अमनौर थाने का घेराव कर दिया। महिलाओं का कहना है कि जहरीली शराब से मौतें हो रही है लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। यदि पुलिस ढंग से काम करती तो आज इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौतें नहीं होती। इलाके में खुलेआम जहरीली शराब बेची जा रही है और पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी है। यदि पुलिस अपना काम ठीक से करती तो आज 46 लोगों की जाने नहीं जाती।
थाने का घेराव कर रही महिलाओं का आरोप है कि पुलिस कहती है कि ठंड से मौत हुई है जबकि डॉक्टरों का कहना है कि जिनकी मौत हुई है वे शराब पिये हुए थे। महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों ने थाने का घेराव किया। घटना से आक्रोशित लोगों ने पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। लोगों का कहना था कि फोन करने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। पुलिस लोगों को कहने लगी कि यदि कोई मौत का कारण पूछे तो बता देना की ठंड से मौत हुई है। पुलिस ने जल्द दाह संस्कार करने की भी बात कही। ग्रामीणों की माने तो पुलिस का रवैय्ये कही से भी उचित नहीं है। बिहार के डीजीपी को जब फोन किया गया तो पता चला कि सारण एसपी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
वहीं मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने कहा की छह वर्ष पहले शराबबंदी कानून बना था और आज यदि कानून का राज स्थापित नहीं है तो इसके लिए कोई दोषी है तो वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है। नीतीश कुमार जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो बेघर परिवारों को न्याय मिले और नीतीश कुमार को जेल भेजा जाए। विधानसभा में जब सदस्यों ने प्रश्न उठाया तो गुंडों की तरह बोलने लगे। गुंडों की पार्टी के साथ चले गये तो उनकी बोली भी गुंडों वाली हो गयी। बिहार के कई लोग मरे हैं। हमारा भाई मरा है। और मुख्यमंत्री कहते है कि जो पियेगा वो मरेगा।