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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 10 Mar 2023 06:28:24 PM IST
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PATNA: बिहार के महागठबंधन के भीतर कौन सी खिचड़ी पक रही है? आज ये सवाल फिर से उठ खड़ा हुआ. ईडी ने शुक्रवार को नीतीश कुमार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ साथ लालू परिवार के कई सदस्यों के घर पर छापेमारी की. मीडिया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बारे में सवाल पूछा. नीतीश बगैर एक शब्द बोले चुपचाप निकल गये. नीतीश कुमार ही नहीं बल्कि उनके करीबी जेडीयू के मंत्रियों ने भी लालू परिवार के मामले पर कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया.
बता दें कि ईडी ने ने शुक्रवार को बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित आवास समेत 24 ठिकानों पर छापेमारी की है. सुबह करीब 8.30 बजे ईडी की टीम दो गाड़ियों में दिल्ली के फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित तेजस्वी के घर पर छापेमारी हुई. वहीं, गाजियाबाद में ईडी की टीम सपा नेता जितेंद्र यादव के यहां पहुंची. लालू यादव के चौथे नंबर की बेटी रागिनी की जितेंद्र यादव के बेटे राहुल से शादी हुई है. ईडी ने लालू प्रसाद यादव की बेटी चंदा यादव के पति विक्रम यादव के नाम पर सैनिक फार्म भी छापेमारी कर चंदा यादव के साथ-साथ उनके पति और पूरे परिवार से पूछताछ की. केंद्रीय एजेंसी ईडी ने दिल्ली के अलावा एनसीआर, पटना, रांची और मुंबई में रेड की है. पटना में आरजेडी के पूर्व विधायक अबू दोजाना के पटना स्थित आवास और दफ्तर पर भी छापेमारी हुई है.
नीतीश की रहस्यमय चुप्पी
ईडी की इस रेड के बाद आरजेडी के उपर से लेकर नीचे तक के नेता इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दे रहे हैं. लेकिन लालू यादव के साथ महागठबंधन चला रहे नीतीश कुमार ने अपने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के घर समेत उनकी बहनों के घरों पर हुई छापेमारी पर रहस्यमय चुप्पी साध ली है. पटना में शुक्रवार को नीतीश कुमार अमर शहीद जुब्बा सहनी की प्रतिमा का अनावरण करने निकले थे. मीडिया उनसे ईडी की रेड पर सवाल पूछती रह गयी. नीतीश कुमार खामोशी से अपनी गाड़ी में बैठे और निकल गये.
नीतीश के करीबी मंत्रियों ने भी जुबान बंद किया
ऐसा नहीं है कि लालू परिवार पर हुई रेड पर सिर्फ नीतीश कुमार ने चुप्पी साधी है. नीतीश प्रतिमा अनावरण के जिस कार्यक्रम में गये थे वहां उनके करीबी मंत्री अशोक चौधरी भी मौजूद थे. अशोक चौधरी को जब मीडिया ने रोका तो वे दूसरे मसलों पर आराम से बोलते रहे, जैसे ही ईडी की रेड पर सवाल पूछा गया अशोक चौधरी पलट कर अपनी गाड़ी में बैठे और निकल गये. उसी कार्यक्रम में मौजूद जेडीयू के एक और मंत्री मदन सहनी ने भी मीडिया को साफ साफ कहा कि अभी वे इस मसले पर कुछ नहीं बोलेंगे. दूसरा सवाल पूछना है तो पूछें.
जेडीयू की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं
बिहार के डिप्टी सीएम और उनके परिजनों के घरों पर हुई ईडी की रेड पर जेडीयू ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. हर मुद्दे पर बोलने वाले जेडीयू के राष्ट्रीय राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी शुक्रवार की रेड पर कुछ नहीं बोला है. वे अपने संसदीय क्षेत्र में घूम रहे हैं. वहीं, प्रदेश जेडीयू के दर्जन भर प्रवक्ताओं की जुबान भी बंद रही.
पहले से ही बदला बदला है नीतीश का स्टैंड
ऐसा नहीं है कि सिर्फ आज नीतीश कुमार ने चुप्पी साधी है. चार दिन पहले पटना में राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआई की रेड हुई थी. उसके अगले दिन दिल्ली में लालू यादव से पूछताछ हुई. नीतीश कुमार ने भी इस मसले पर भी कुछ नहीं बोला था. उससे पहले देश भर के कई विपक्षी नेताओं ने खुला पत्र लिख कर केंद्र सरकार पर सीबीआई औऱ ईडी जैसी संस्थाओं के दुरूपयोग का आरोप लगाया था. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद ये पत्र लिखा गया था. इस पत्र पर तेजस्वी प्रसाद यादव ने साइन किया था लेकिन नीतीश कुमार या उनकी पार्टी के किसी व्यक्ति का हस्ताक्षर नहीं था. नीतीश कुमार ने इस मसले से भी खुद को दूर रखा था.