1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 14 Dec 2024 12:49:28 PM IST
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खरमास का प्रारंभ 15 दिसंबर 2024 को रात 10:19 बजे सूर्य के धनु राशि में प्रवेश से होगा और इसका समापन 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति पर होगा। इस अवधि में विवाह, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्यों पर रोक होती है। हालांकि, इस दौरान व्रत, पूजा और पर्वों का विशेष महत्व है।
खरमास में पौष माह का समय
पौष माह का शुभारंभ 16 दिसंबर 2024 से होगा और इसका समापन 13 जनवरी 2025 को पौष पूर्णिमा पर होगा। इस अवधि में हिंदू पंचांग के अनुसार कई व्रत और पर्व मनाए जाएंगे।
खरमास में आने वाले प्रमुख व्रत और पर्व
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी: 18 दिसंबर 2024, बुधवार
कालाष्टमी व्रत: 22 दिसंबर 2024, रविवार
सफला एकादशी: 26 दिसंबर 2024, गुरुवार
शनि प्रदोष व्रत: 28 दिसंबर 2024, शनिवार
पौष मासिक शिवरात्रि: 29 दिसंबर 2024, रविवार
सोमवती अमावस्या: 30 दिसंबर 2024, सोमवार
विनायक चतुर्थी: 3 जनवरी 2025, शुक्रवार
पौष पुत्रदा एकादशी: 10 जनवरी 2025, शुक्रवार
शनि प्रदोष व्रत: 11 जनवरी 2025, शनिवार
पौष पूर्णिमा व्रत, स्नान और दान: 13 जनवरी 2025, सोमवार
खास पर्व और उत्सव
क्रिसमस: 25 दिसंबर 2024, बुधवार
नववर्ष का शुभारंभ: 1 जनवरी 2025, बुधवार
गुरु गोबिंद सिंह जयंती: 6 जनवरी 2025, सोमवार
स्वामी विवेकानंद जयंती: 12 जनवरी 2025, रविवार
लोहड़ी पर्व: 13 जनवरी 2025
महाकुंभ का शुभारंभ और पहला शाही स्नान: 13 जनवरी 2025
खरमास में शुभता बढ़ाने के उपाय
खरमास में भगवान सूर्य की पूजा, स्नान, दान और मंत्र जप का विशेष महत्व है। चावल, दूध, गुड़, और सफेद चीजों का दान करने से ग्रह दोषों का निवारण होता है। इस अवधि में श्रद्धा और नियमपूर्वक व्रत करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।