Bihar News: 2 बच्चों की माँ से अँधेरे में मिलने पहुंचा 4 बच्चों का पिता, गाँव वालों ने फिर ऐसे उतारा प्यार का भूत justice Yashwant Verma case: जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज करने पर सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई के लिए दी मंजूरी Jyoti Malhotra: पाकिस्तानी जासूस की रडार पर बिहार का यह लोकप्रिय मंदिर? सक्रिय हुई पुलिस Saudi Arabia: 8 महीने से न वेतन, न खाना.. सऊदी अरब में फंसे बिहार के दर्जनों मजदूर Ram Gopal yadav caste remarks controversy: विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर जातिसूचक टिप्पणी की जांच करेगा SC-ST आयोग Natural Hydrogen: धरती की गहराइयों में मिला खजाना, 1.70 लाख साल तक दुनिया को नहीं होगी स्वच्छ ऊर्जा की कमी Bihar News: अब निजी एजेंसी नहीं, भवन निर्माण विभाग खुद करेगा निर्माण सामग्री की जांच Hon Hai: काम न आया ट्रंप का मुंह फुलाना, Apple की पार्टनर कंपनी भारत में करेगी 12,800 करोड़ का निवेश Bihar crime news: मस्जिद के सामने बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या, लोगों में दहशत का माहौल Bihar Heavy Rain Alert: इन जिलों में भारी बारिश की संभावना, वज्रपात को लेकर भी IMD ने चेताया
1st Bihar Published by: Updated Fri, 07 May 2021 07:05:50 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : शुक्रवार को सीएम नीतीश की अध्यक्षता में बाढ़ और सुखाड़ की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए. बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि कि मानक संचालन प्रक्रियाके अनुसार बाढ़ आपदा प्रबंधन किया जाएगा. उन्होंने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ प्रतिनियुक्ति, नाव, पॉलिथिन शीट और राहत सामग्री की उपलब्धता की विस्तृत जानकारी दी.
बैठक के दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि कोरोना संक्रमण का अभी दौर चल रहा है. इससे लोगों का बचाव हमारी प्राथमिकता है. पूरा प्रशासन इसके लिए तत्परता से काम कर रहा है. इस विषम परिस्थिति में सबको मिल-जुलकर काम करना है. बिहार में कभी बाढ़, कभी सुखाड की स्थिति बनी रहती है. हर साल की तरह इस बार भी बाढ़ और सुखाड़ की संभावना को देखिये पूरी तैयारी रखें. बाढ़ की स्थिति में प्रभावित क्षेत्रों का टीम बनाकर सही आकलन करवाएं. साथ ही प्रभावित लोगों की सूची बनाते समय पूरी पारदर्शिता बरती जाए ताकि कोई भी पीड़ित लाभ से वंचित न रहे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से सुरक्षा को लेकर बचे हुए सभी कटाव निरोधक कार्य और बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य को जल्द पूरा करें. बाढ़ की स्थिति में तटबंधों को निगरानी के लिए विशेष सतर्कताबरती जाए. इसके लिए गश्ती कार्य नियमित रुप से हो. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सभी विधायकों और विधान पार्षदों से उनेक क्षेत्रों के बारे में भी जल्द से जल्द सुझाव लें और उसपर काम करें.
पथ निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त होने वाली सड़कों की मरम्मति की पूरी तैयारी रखें. ग्रामीण सड़कों को जो पहले से टूटी हुई हैं, उनका भी मरम्मत जल्द से जल्द करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्ता पूर्ण सड़कों के निर्माण के साथ-साथ उनको मेंटेन रखना भी उतना ही जरुरी है.