ब्रेकिंग न्यूज़

गया जी में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का रोड शो, डॉ. प्रेम कुमार के समर्थन में मांगा वोट Bihar Election 2025: 6 नवंबर को महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार भेजने पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति, चुनाव आयोग से की शिकायत Bihar Election 2025: 6 नवंबर को महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार भेजने पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति, चुनाव आयोग से की शिकायत Bihar Election 2025: बिहार वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, हथियार और गहनों के साथ 23 लाख कैश बरामद Bihar Election 2025: बिहार वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, हथियार और गहनों के साथ 23 लाख कैश बरामद Bihar Election 2025: मुजफ्फरपुर में चिराग पासवान की रैली में भारी हंगामा, देरी से पहुंचने पर लोगों ने किया बवाल, फेंकी कुर्सियां Bihar Election 2025: मुजफ्फरपुर में चिराग पासवान की रैली में भारी हंगामा, देरी से पहुंचने पर लोगों ने किया बवाल, फेंकी कुर्सियां Bihar Election 2025 : सवालों के घेरे में RJD कैंडिडेट लल्लू मुखिया ! ललन सिंह के रोड शो में जाना और JDU प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने पर युवक को दी गई तालिबानी सजा ...बेरहमी से की गई पिटाई Bihar Election 2025: बिहार में पोलिंग स्टाफ को मात्र इतने रुपए में मिलेगा मस्त भोजन; पूरी-सब्जी से लेकर सत्तू तक की व्यवस्था; देखिए.. रेट लिस्ट Bihar Election 2025: बिहार में पोलिंग स्टाफ को मात्र इतने रुपए में मिलेगा मस्त भोजन; पूरी-सब्जी से लेकर सत्तू तक की व्यवस्था; देखिए.. रेट लिस्ट

लॉकडाउन में फंस गया बेटा, 1400 KM स्कूटी चलाकर घर लायी मां

1st Bihar Published by: Updated Fri, 10 Apr 2020 10:44:39 AM IST

लॉकडाउन में फंस गया बेटा, 1400 KM स्कूटी चलाकर घर लायी मां

- फ़ोटो

DESK: लॉकडाउन के बीच बेटा आंध्रप्रदेश में फंस गया, लेकिन बेटे के लिए लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार नहीं कर सकी. महिला बेटे को लाने के लिए तेलंगाना से निकली और 1400 किमी स्कूटी चालकर बेटे को अपने घर लाई. 


महिला ने निजामाबाद से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के लिए सोमवार को निकलीं और बुधवार शाम को बेटे को लेकर घर आ गई है. एक साइड से दूरी 700 किमी है. लेकिन महिला ने हिम्मत नहीं हारी. रहिया बेगम ने कहा कि पति की मौत हो चुकी है. दो बेटे हैं. छोटा बेटा निजामुद्दीन नेल्लोर में था. इस बीच लॉकडाउन लग गया. बेटे की चिंता सता रही थी. 

दोस्त को छोड़ने गया और फंस गया

रजिया बेगम खुद एक स्कूल में प्रिंसिपल है कहा कि बेटा अपने दोस्त को छोड़ने के लिए गया था. लेकिन वह जाकर वहां पर फंस गया. मैंने मन में ठान लिया कि अब लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार नहीं करना है. वह रास्ते के लिए खाना पैक की और स्कूटी उठाकर चल दी. सुनशान रास्ते में डर भी लग रहा था लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी. रजिया ने लॉकडाउन के बीच कानून का पालन भी किया. उन्होंने अपनी पीड़ा अधिकारियों से बताई. कहा कि वह अपने बेटे का लाना चाहती है. इसको लेकर उससे परमिशन दिया जाए. प्रशासन ने पास जारी किया तो वह बेटे को लाने के लिए निकल पड़ी. वह बड़े बेटे को कोरोना संक्रमण के डर से नहीं जाने दी.